Kannauj rape case surrender of Neelu Singh Yadav 11 अगस्त 2024 को पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव के नसरापुर स्थित चौधरी डिग्री कॉलेज में दुष्कर्म की घटना हुई थी। पीड़िता ने पुलिस को फोन पर घटना जानकारी दी। पुलिस ने नवाब सिंह यादव को आपत्तिजनक स्थितियों में मौके से गिरफ्तार किया था। इस मामले में पीड़िता की बुआ भी शामिल थी। आरोप है कि बुआ पीड़िता को कॉलेज ले गई थी। शुरुआत में वह पुलिस का जांच में सहयोग कर रही थी। लेकिन बाद में कुछ और ही निकल कर सामने आया। इसके बाद नीलू के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। लेकिन पुलिस नीलू को भी गिरफ्तार करने में सफल नहीं हो पाई। उसने पास्को कोर्ट में सरेंडर किया था।
बुआ शातिर दिमाग की
Kannauj rape case surrender of Neelu Singh Yadav पुलिस की पूछताछ में बुआ ने बताया था कि नीलू यादव ने अस्पताल में बयान बदलवाने, मेडिकल परीक्षण न कराने अन्य कई के नाम बयान में लेने का दबाव बना रहा था। इसके बदले नीलू यादव ने बुआ के नजदीकी के खाते में बैंक खाते में 4 लाख ट्रांसफर भी किए थे।
गैंगस्टर के अंतर्गत की गई कार्रवाई
Kannauj rape case surrender of Neelu Singh Yadav बुआ से मिली जानकारी के बाद पुलिस ने नीलू सिंह यादव के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया। लेकिन गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी। इस बीच उस पर 25 हजार का इनाम भी घोषित किया गया था। पहली बार पुलिस को चकमा देते हुए 3 सितंबर को अदालत में सरेंडर किया। जहां से उसे अनौगी जेल भेज दिया गया। बीते 27 सितंबर को जमानत मिली थी। जेल से निकलने के साथ ही वह हुआ फरार हो गया। जिसके खिलाफ पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के अंतर्गत कार्रवाई की थी।
डीएनए रिपोर्ट भी आ चुकी
Kannauj rape case surrender of Neelu Singh Yadav इस मामले में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नजदीकी माने जाने वाले पूर्व ब्लाक प्रमुख नवाब सिंह यादव का डीएनए टेस्ट भी कराया गया फॉरेंसिक साइंस लैब (एसएफएल)की रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही पुलिस नवाब सिंह यादव को 14 दिन की पुलिस कमांड में लेकर पूछताछ कर चुकी है।