किसान बारदाना की कमी से परेशान हैं। इधर बारदाना कमी का फायदा कोचिया उठा रहे हैं। बारदाना की कमी होते ही मीलर अपने बारदाना को कोचियों को थमा रहे हैं और कोचिया अपने मनमाफिक दर पर बारदाना किसानों को बेच रहे हैं। दुर्गूकोंदल में प्रति बारदाना 26 रूपये की दर से बिक रहा है। बारदाना की कमी से परेशान किसान मजबूरन 26 रूपये प्रति नग बारदाना की खरीदी कर रहे हैं।
CG Paddy Procurement: मिलर कोचियों को बारदाना सप्लाई कर रहे
CG Paddy Procurement: किसान रमेश, मंगलू, घनश्याम, रायसिंग, दशरथ, सोमारू ने बताया कि सरकार बिना तैयारी के धान खरीदी शुरू करवाई गई है। धान खरीदी केंद्रों में बारदाना का प्रबंध नहीं है। हम सभी अन्नदाताओं को सरकार परेशान कर रही है। खाद, बीज, दवाई, मजदूरी, हार्वेस्टर से कटाई, थ्रेसर मिंजाई का दर बढ़ गया है।
अब धान के लिए बारदाना नहीं है,
किसानों के साथ लूट हो रही है। हमारे लिए बारदाना खरीदी करना मुसीबत बन गई है। छत्तीसगढ़ सरकार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने के साथ बारदाना का प्रबंध करना चाहिए। किसानों को परेशान किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ सरकार बारदाना कमी के लिए ध्यान नहीं दे रही है। किसान परेशान हैं छत्तीसगढ़ सरकार को सामने आकर बारदाना कमी को पूरा करना चाहिए।
वे मनमानी कीमत में बेच रहे
लैंपस प्रबंधक दुर्गूकोंदल जितेंद्र साहू, कोदापाखा राकेश्वरी पुजारी ने बताया कि मिलर बारदाना नहीं भेज रहे। आधा बारदाना मिलता है, इसी बारदाना को टोकन अनुसार किसानों को बांटते हैं, किसान बारदाना की कमी से परेशान हैं। बारदाना की कमी से किसान विवाद करते हैं। ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष शोपसिंग आचला, आम आदमी पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष देवलाल नरेटी ने कहा कि सरकार और मिलर मिलकर बारदाना को कोचिंयों के माध्यम से किसानों को मनमानी दर बर बेचकर रूपया कमा रहे हैं। मिलर और सरकार मिलकर बारदाना का बाजार सजा रहे हैं। इस कारण 26 रूपये की दर से बारदाना बाजारों में बिक रही है। बारदाना कहां से आ रहा इसकी जांच होनी चाहिए। अंचल के धान खरीदी केंद्र में
बारदाना संकट की कोहराम मची हुई है। सरकार को राईस मिलरों को सती से आदेश जारी करना चाहिए। शासन प्रशासन सुस्त पड़े हैं, बारदाना खुलेआम बिक रहा है। इन्होंने कहा कि सरकार बारदाना मुहैया नहीं कराई तो किसानों के साथ मिलकर ट्रैक्टर रैली करेंगे।