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धरना समाप्त होने के बाद सैन्य सम्मान के साथ उनके घर पर तिरंगे में लिपटा शव लाया गया एवं सैन्य ऑफिसर सुबेदार दलपतराम, सूबेदार राकेश कुमार के साथ 8 जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर सैन्य सम्मान के साथ व हिंदू धर्म के रीति रिवाज के साथ पुलिस व प्रशासन की उपस्थिति में दाह संस्कार किया गया। गौरतलब रहे कि महादेव नगर बन्नो का बास नाथड़ाऊ निवासी पदमाराम चौधरी 14 जाट रेजीमेंट में सेवारत थे। वर्तमान में गुरदासपुर (पंजाब) में पोस्टेड थे। पांच वर्ष पूर्व भारतीय सेना में भर्ती हुए चौधरी बॉक्सिंग के चैम्पियन माने जाते थे। एक माह बाद ही सैनिक चौधरी की शादी होने वाली थी।
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ग्रामीणों के अनुसार चौधरी ने फोन पर बताया था कि कुछ दिन बाद वे छुट्टी पर घर आ रहे है ताकि निर्माणाधीन मकान का काम के साथ साथ शादी की तैयारियां भी पूरी कर लेंगे, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। वे स्वयं तो छुट्टी पर नहीं आ पाए और उनका शव तिरंगे में लिपटा हुआ उनके घर जरूर पहुंचा। तिरंगे में लिपटे हुए व आंगन में रखे हुए शव को देखकर परिजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल हो गया। चौधरी का शव गांव पहुंचने पर पूरे गांव में शोक की लहर छा गई। बड़ी संख्या में ग्रामीण उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हुए। चौधरी के परिवार में उनका छोटा भाई माता व पिता है।इस मौके पूर्व विधायक बाबू सिंह राठौड़, ओसियां उपखंड अधिकारी राजीव शर्मा, ओसिया वृत अधिकारी मदन रॉयल, तिवरी उप प्रधान खेमाराम बाना, समाजसेवी शंकरराम, चामू थानाधिकारी दीपसिंह भाटी, लोहावट थानाधिकारी बद्री प्रसाद मीणा, पूर्व प्रधान बालेसर भंवर सिंह इंदा, पूर्व सरपंच भंवर सिंह भाटी, पेमाराम, सैनिक कल्याण बोर्ड शेरगढ़ से सूबेदार खेतसिंह राठौड़, सुमेर सिंह राठौड़ सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने पुष्प अर्पित किए।