वर्ष 2019 से पहले राजस्थान की सोलर ग्राउंड माउंटेड क्षमता 3074.43 मेगावाट थी। 5398.65 मेगावाट रिकॉर्ड एक ही साल में सोलर उपकरण लगे यह वर्ष 2021-22 में हुआ।
16098.02 मेगावाट के सोलर जनरेशन प्लांट लगे हुए हैं।
100 मेगावाट सोलर क्षमता के उपकरण 8.65 लाख यूनिट बिजली उत्पादन करता है। राजस्थान में सोलर जनरेशन के 16 हजार मेगावाट के उपकरण लगे हैं, इनसे 12 करोड़ लाख यूनिट बिजली बनती है। एक बार यदि ओवरलोड से सिस्टम बंद होता है तो 7 हजार मेगावाट का नुकसान हो सकता है यानि करीब 5 करोड़ यूनिट बिजली का ट्रांसमिशन नहीं हो पाता।
दो जगह 765 केवी जीएसएस की प्लानिंग चल रही है। एक भड़ला में नया बनेगा और दूसरा कांकाणी में 400 केवी के जीएसएस को अपग्रेड करेंगे। पीजीसीएल भी अपनी क्षमता बढ़ा रही है। यह सीधे फागी जीएसएस से जुड़ेगा। इसके बाद ट्रांसमिशन में लॉस भी कम होंगे। – सुधीर जैन, जोनल चीफ इंजीनियर, राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड।