राष्ट्रपति ने नाश्ते में चखा जोधपुर का प्रसिद्ध मिर्चीबड़ा, जानिए क्या-क्या रहा ब्रेकफास्ट के मीनू में राष्ट्रपति ने नव डॉक्टरों को सलाह देते हुए कहा कि वह चाहे प्राइवेट हॉस्पिटल में काम करें या उच्च शिक्षा में और अध्ययन करें, हमेशा सम्मान बनाए रखें और डॉक्टरी पेशे के उच्च मापदंड का पालन करें। डॉक्टरी एक ऐसा पेशा है जिसे चारों तरफ से समाज देखता है।
राष्ट्रपति ने रात में ग्रहण किया था मारवाड़ी भोजन, बाजरे की रोटी के साथ चखी थी मूंग की दाल एम्स जोधपुर और आईआईटी जोधपुर दोनों के द्वारा मिलकर अनुसंधान कार्य करने की बात कहते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि देश में ऐसे गिने-चुने शहर ही है जहां आईआईटी और एम्स दोनों एक साथ संचालित हो रहे हैं। ऐसे में जोधपुर का महत्व अपने आप ही बढ़ जाता है। आईआईटी और एम्स के साथ आने से नॉलेज इनोवेशन क्लस्टर का विकास होगा। कोविंद ने कहा कि एम्स दिल्ली के बाद एम्स जोधपुर का स्थान होना इसकी सफलता की कहानी है।
यहां सर्किट हाउस के स्पेशल डोम चल रहा वीआईपी ब्रेकफास्ट, ठिठुरती सर्दी में पुलिसकर्मी कर रहे धूप का सेवन एम्स जोधपुर ने अपनी स्थापना के 7 साल के दौरान अब तक 2400000 मरीजों का इलाज किया है। राष्ट्रपति ने जोधपुर द्वारा परंपरागत और आधुनिक दोनों चिकित्सकीय पद्धतियों पर शोध करने की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि एम्स जोधपुर एलोपैथी के साथ आयुर्वेदिक और होम्योपैथी जैसी परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों पर भी विशेष ध्यान दे रहा है।
राम नाथ कोविंद से पहले ये राष्ट्रपति आ चुके हैं जोधपुर, जानिए कौन किस कार्य के लिए आया सूर्यनगरी राष्ट्रपति की मौजूदगी में 163 डॉक्टर्स-नर्सिंग को बंटी डिग्रियांअखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स जोधपुर) का दूसरा दीक्षांत समारोह शनिवार सुबह साढ़े दस बजे एम्स ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ। इससे एक दिन पहले चिकित्सक शिक्षकों ने 2013 बैच के अपने मेडिकोज शिष्यों को डिग्री लेने के तौर-तरीके समझाए थे। समारोह में 2013 बैच के 86 एमबीबीएस स्टूडेंट्स, 2014 बैच के 64 बीएससी नर्सिंग स्टूडेंट्स, 2016 बैच के एक एमडी स्टूडेंट्स व साल 2017 बैच के 12 एमएससी नर्सिंग स्टूडेंट्स को डिग्री वितरित की गई। यहां स्पोट्र्स कॉम्पलेक्स का उद़्घाटन भी किया गया।