सबसे बड़ा बदलावः अब प्रदेश के 5 जिलों से लगेगा पाकिस्तान का बॉर्डर, जानिए क्यों
ज्ञात रहे कि छोटी-मोटी मजदूरी व शादियों में ढोल बजाकर परिवार चलाने वाले सत्तार की छोटी उम्र में पिता का साया उठ जाने के बाद मां गैरो देवी ने जैसे-तैसे चार बेटियों व इकलौते बेटे सत्तार का पालन-पोषण कर बड़ा किया था, लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। करीब तीन साल पहले सत्तार को पीलिया होने के बाद दोनों किडनी खराब हो गई। पत्रिका में प्रकाशित खबर के बाद क्षेत्र के भामाशाहों ने आगे आते हुए परिवार की आर्थिक मदद शुरू की। इसी के तहत आगोलाई निवासी राजस्थान पशु चिकित्सा परिषद के अध्यक्ष डॉ. राकेश चौधरी ने 11 हजार नकद, खाद्य सामग्री भेंट करते हुए कच्चे छप्पर पर टिन शेड लगाने का जिम्मा लिया तथा इलाज के लिए भी हरसंभव मदद देने का भरोसा दिलाया।