लॉकडाउन के दौरान अप्रेल-मई में प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में ओजोन को छोड़ सभी प्रदूषको में कमी आई। जून में अनलॉक-1 के दौरान अब फिर नाइट्रोजन डाइऑक्साइड, सल्फर डाइऑक्साइड और कार्बन मोनोऑक्साइड में वृद्धि हुई है। यह वृद्धि औद्योगिक प्रतिष्ठानों के शुरू होने और सडक़ों पर ट्रैफिक के कारण है। हालांकि पार्टिकुलेट मैटर यानी धूल कण पहले की तरह नियंत्रित स्थिति में हैं।
तारीख——–एक्यूआई—-पीएम 2.5—–पीएम 10—–एनओटू—–एसओटू —–सीओ —–ओजोन 2 अप्रेल—–61 —– 53 —–61—–20—–12—–42—–45
10 अप्रेल—–115—–107—–115—–24—–6—–27—–68
20 अप्रेल—–87—–66—–87—–27—–6—–26—–48
30 अप्रेल—–94—–82—–92—–24—–7—–36—–94 1 मई —–92—–81—–92—–36—–5—–28—–89
10 मई—–93—–93—–93—–22—–5—–35—–61
31 मई—–87—–65—–87—–36—–6—–36—–71 1 जून —–112—–106—–112—–56—–8—–56—–61
10 जून —–97—–87—–97—–29—–12—–83—–50
25 जून —–90—–87—–90—–29—–10—–37—–34
डाटा ——– स्तर
0 से 50 अच्छा
51 से 100 संतुष्ट
101 से 200 मध्यम
201 से 300 खराब
301 से 400 बहुत खराब
401 से 500 भयंकर खराब