उन्होंने बताया कि एसोसिएशन के कार्यकर्ता 17 जुलाई को लंदन में राजस्थान के इस लज़ीज़ पकवान मिर्चीबड़ा को तैयार करते हैं। इसके बाद रविवार को इसका वितरण प्रवासी राजस्थानियों और अन्य लोगों को उनकी डिमांड पर निशुल्क किया जाता है। इसे मिर्चीबड़ा फेस्टिवल नाम दिया गया है। जिससे लोगों का जुड़ाव मरुभूमि से बरकऱार रहे। एसोसिएशन के कार्यकत्र्ता इस पर लगने वाला व्यय स्वैच्छा से खुद करते हैं। एक पैकेट में चार-पांच मिर्चीबड़ों के साथ बूंदी मिठाई के रूप में रखते हैं। इस फेस्टिवल के ज़रिए आर्थिक सहयोग मिलता उसको दान-पुण्य में काम लिया जाता है। राजस्थान एसोसिएशन लंदन ने कोरोना से पीडि़त लोगों के लिए ऑक्सिजन कंसंट्रेटर एवं दवाइयां भिजवाई थी। हाल ही में राजस्थान के आदिवासी अंचल के गरीब बच्चों के लिए 350 स्कूल ड्रेस भिजवाई गईं।
पिछले साल भी किया था
कोरोना लॉकडाउन के कारण लोग घरों में थे, ऐसे में पिछले साल भी इसी समय पर पहली बार मिर्चीबड़ा फेस्टिवल किया गया। जिसका काफी अच्छा रेस्पॉस रहा था। इस बार 300 पैकेट तैयार करने का लक्ष्य है। इसमें एसोसिएशन के अजय अग्रवाल, दिगपाल सिंह राठौड़, हरेंद्रसिंह जोधा, राजीव खिचर, अनुभव चौधरी, कुलदीप शेखावत, आलोक शर्मा, रवि, ऐश्वर्या गोयल और ऋषिराज सिंह जुटे हुए हैं।