कोलंबो में अंतरराष्ट्रीय संगठन जॉन्टा इंटरनेशनल की मेजबानी में बाल विवाह खत्म करने के प्रयासों पर आधारित तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया, जिसमें भारत का प्रतिनिधित्व सारथी ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी व पुनर्वास मनोवैज्ञानिक डॉ.कृति भारती ने किया। वहीं कॉन्फ्रेंस में डॉ.कृति भारती को अंतरराष्ट्रीय शताब्दी अवार्ड से नवाजा गया।
जॉन्टा इंटरनेशनल व इंटरनेशनल फाउंडेशन की वाइस प्रेसीडेंट जर्मनी की उते स्कोल्ज गवर्नर डिस्ट्रिस्ट 25 कोलम्बो को शहनाज नाथानी, जॉन्टा इंटरनेशनल की पूर्व इंटरनेशनल डायरेक्टर बांग्लादेश की दिलरुबा अहमद व अन्य अतिथियों ने कृति भारती को अवार्ड प्रदान किया। इस मौके पर कॉन्फ्रेंस चेयरमैन मंथरी परेरा, एरिक इलाविया, महाजवेर फि रूजा सेना सहित कई अंतरराष्ट्रीय नामचीन शख्सियतें मौजूद थीं। इस मौके पर संबोधन में जर्मनी की उते स्कोल्ज ने कृति भारती के बाल विवाह निरस्त करवाने की अनूठी साहसिक मुहिम की प्रशंसा कर विश्व भर में डॉण्कृति के मार्गदर्शन में ऐसी मुहिम चला कर बाल विवाह की कुप्रथा को मिटाने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि शताब्दी सम्मान विश्व भर में से एक विशिष्ट शख्सियत को दिया जाता है। जिसके लिए इस वर्ष पूरी दुनिया से डॉ.कृति भारती को चुना गया है।
उल्लेखनीय है कि गत सौ वर्षों में भारत में पहली बार बाल विवाह की मुहिम के लिए कृति भारती को अवॉर्ड दिया जा रहा है। इससे पहले डॉ.कृति भारती वर्ष 2015 में लंदन में भी देश का प्रतिनिधित्व कर चुकी है।उन्होंने अब तक 40 जोड़ों के बाल विवाह निरस्त करवाए और हजारों बाल विवाह रुकवाए हैं, जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉड्र्स, वल्र्ड रिकॉड्र्स इंडिया, इंडिया बुक ऑफ रिकॉड्र्स व अन्य कई रिकॉड्र्स में शामिल किया गया है। डॉ.कृति की मुहिम को सीबीएसई कोर्स में भी शामिल किया गया। उन्हें अंतरराष्ट्रीय संगठन गल्र्स नॉट ब्राइट की ओर चेंजमेकर सम्मान, लंदन में अंतरराष्ट्रीय सम्मान, बीबीसी की 100 प्रेरणादायक महिलाओं की सूची में शामिल होने के अलावा ग्लोबल अवार्ड, मारवाड़ रत्न व मेवाड़ रत्न सहित कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से नवाजा जा चुका है।