पूजा वर्तमान में विराट कोहली फाउंडेशन से अपनी ट्रेनिंग कर रही हैं। पूजा की मेहनत और सफलता से
जोधपुर शहर के युवा खिलाड़ियों को भी बेहतर प्रदर्शन की प्रेरणा मिल रही है। इस टूर्नामेंट में पूजा बिश्नोई ने 800 मीटर, 1500 मीटर, 3000 मीटर और 4 किलोमीटर क्रॉस कंट्री में स्वर्ण पदक जीता। साथ ही पूजा ने 3000 मीटर में नया रेकॉर्ड बनाया। पूजा बिश्नोई को इस टूर्नामेंट में बेस्ट एथलीट के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया, जो उनकी असाधारण प्रतिभा और मेहनत का परिणाम है। यह अवॉर्ड उनके पूरे कॅरियर की मेहनत और लगन का प्रतीक है।
अपनी उपलब्धि से खुश
अपनी इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए पूजा बिश्नोई ने कहा कि उसने इस जीत के लिए बहुत मेहनत की है और इस सम्मान को पाकर वह बेहद खुश है। यह उनके कोच श्रवण बुड़िया, परिवार और सभी समर्थकों की बदौलत संभव हो पाया है। वे भविष्य में भी इसी तरह मेहनत करती रहेंगी। वह अपनी इस जीत का पूरा क्रेडिट विराट कोहली को देती हैं। मेहनत जरूरी
पूजा ने बताया कि खेल में अनुशासन, मेहनत और समर्पण ही सफलता की कुंजी है। वह हर युवा खिलाड़ी को यही संदेश देना चाहती है कि अगर आप कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ अपने लक्ष्य की ओर बढ़ेंगे, तो कोई भी आपको सफल होने से नहीं रोक सकता।