डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज में इससे संबद्ध एमजीएच और उम्मेद अस्पताल सहित संभाग भर के जिला व सामुदायिक अस्पतालों से रैफर होकर मरीज आते हैं। उम्मेद अस्पताल में तो एक बैड पर दो-तीन बच्चों का इलाज किया जाता है। एमडीएम व एमजीएच में कई बार बैड खाली न होने पर जमीन पर बिस्तर लगाकर मरीजों का इलाज कर दिया जाता है।
एआइसीयू- 6
पीआइसीयू- 5
एनआइसीयू- 5 एमडीएम के आइसीयू में बैड
ट्रोमा आइसीयू- 14
मेडिकल आइसीयू- 12
सर्जिकल आइसीयू- 8
कार्डियक थोरेसिक आइसीयू- 8
पीआइसीयू- 14 हम उतने ही रोगी रखते हैं जिनकी उचित देखभाल कर सकें
हमारी पॉलिसी एक रोगी-एक बिस्तर की है। हम रोगी देखभाल का स्टैण्डर्ड को बनाए रखना चाहते हैं। हमारे पास बैड और विशेषज्ञ उपलब्ध होने पर ही रोगी लेते हैं।
– डॉ. अरविंद सिन्हा, अधीक्षक, एम्स जोधपुर
हम किसी मरीज को भर्ती करने से मना नहीं करते। किसी को चिकित्सा सुविधा से वंचित करना भी उचित नहीं है।
– डॉ. महेन्द्र आसेरी, अधीक्षक, एमडीएमएच