रेलवे में अनुपस्थित चल रहे कर्मचारी जिम्मेदारों के साथ मिलकर वेतन उठा लेते थे। जिसके कारण रेलवे का काम प्रभावित होता था। रेलवे बोर्ड ने गत वर्ष जोनल रेलवे व उत्पादन इकाइयों को तीन स्तर पर कर्मचारी के काम का सत्यापन करने के आदेश दिए ताकि अनुपस्थित रहते हुए वेतन उठाने वालों पर अंकुश लग सके।
‘रेलवे के अपील व अनुशासन नियमों के तहत लंबे समय से अनुपस्थित चल रहे कर्मियों को एक मौका देना चाहिए। उनको बुलाकर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाए, फिर भी वे लोग नहीं आएं तो उनको घर भेजने की कार्यवाही कर सकता है। एकदम उनको बर्खास्त करना उचित नहीं होगा।
मनोजकुमार परिहार, मण्डल सचिव, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्प्लॉयज यूनियन