क्या है पूरा मामला?
आवेदन पत्र के अनुसार, पहला जोड़ा- जोधपुर की रहने वाली 29 साल की हिंदू लड़की और 36 साल का मुस्लिम लड़का शादी करना चाहते हैं। लड़का टैक्सी ड्राइवर है और लड़की बेरोजगार है। दोनों ने अपर मजिस्ट्रेट जोधपुर के प्रभारी अधिकारी को शादी करने के लिए आवेदन दिया है। वहीं, दूसरा जोड़ा- जोधपुर का ही रहने वाला मुस्लिम लड़का और जोधपुर की ही रहने वाली 20 साल की हिंदू लड़की, दोनों शादी करना चाहते हैं। लड़का प्राइवेट नौकरी करता है। इन दोनों ने भी अपर मजिस्ट्रेट जोधपुर के प्रभारी अधिकारी को शादी करने के लिए आवेदन दिया है।
बता दें, इन जोड़ों ने अपर जिला मजिस्ट्रेट शहर द्वितीय जोधपुर के कार्यालय में शादी की अनुमति के लिए आवेदन दिया है। लोक सूचना में कहा गया कि दोनों शादियों को लेकर जिस किसी को कोई भी आपत्ति है, तो वह या तो खुद आकर या फिर लिखित तौर पर डाक के जरिए अपनी आपत्ति दर्ज कराएं। इसके लिए 30 दिन का समय दिया गया है।
विहिप और बजरंग दल का विरोध
इस मामले को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल ने आपत्ति दर्ज कराई है। संगठनों ने लड़कियों के परिवारों से संपर्क किया और उनकी सहमति के बिना शादी की प्रक्रिया रोकने की मांग की। संगठनों ने इसे लव जिहाद का मामला बताया और लड़कियों के परिवारों को कानूनी कार्रवाई का सहारा लेने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद लड़की के पिता ने मामले में FIR दर्ज करा दी है। सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
जिला प्रशासन द्वारा जारी लोक सूचना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। एक यूजर ने लिखा कि जोधपुर में दो हिंदू बच्चियां लव जिहाद में फंसकर मुस्लिम लोगों से शादी करने जा रही है। कृपया आप लोगों से निवेदन है कि उनके परिवार की मदद करें और इन दोनों लड़कियों के जीवन को बर्बाद होने से बचाने में सहयोग करें कृपया शीघ्र कार्रवाई करें। प्रशासन के माध्यम से पुलिस के माध्यम से या किसी भी माध्यम से हिंदू संगठनों के सहयोग से इन दोनों हिंदू लड़कियों को बचाने का प्रयास करें।
बताते चलें कि जोधपुर में दो समुदायों के युवक-युवतियों की शादी का यह मामला अब विवाद का रूप ले चुका है। जहां एक ओर इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता का मामला बताया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर कुछ संगठनों ने इसे सांप्रदायिक मुद्दे के तौर पर उठाया है।