इस बीच 15 मई 2023 को आरोपी रमेश कार लेकर गांव आया तथा उनकी नाबालिग पुत्री को बाहर अच्छी जगह घुमाने के लिए प्रलोभन दिया तथा रात्रि को घर से बाहर बुलाया। जब नाबालिग पुत्री रमेश पुत्र मूलाराम जाट के बहकावे में आकर उनके साथ कार में गई। तब कार में गणेश पुत्र भूराराम , सुरेश पुत्र बागाराम व अन्य साथ में थे। इन सब ने रात्रि को बलाऊ गांव में सुनसान सड़क पर कार लेकर गए। जहां पर आरोपी रमेश पुत्र मूलाराम, गणेश पुत्र भूराराम, सुरेश पुत्र बागाराम , प्रवीण पुत्र भोमाराम, राकेश पुत्र भारमल राम, प्रकाश पुत्र भूराराम सभी ने उनकी नाबालिग पुत्री को डरा धमका कर सामूहिक रूप से दुष्कर्म किया। नाबालिग को ब्लैकमेल करने के लिए दुष्कर्म के फोटो और वीडियो बनाए तथा पुलिस या घरवालों को बताने पर अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी।
सामूहिक दुष्कर्म में उनकी नाबालिग पुत्री के प्राइवेट पार्ट्स में गंभीर चोट लगी। रिपोर्ट में बताया कि इन सभी आरोपियों की धमकी की वजह से उनकी नाबालिग पुत्री इतने दिन चुप रही। उसने 7 जून को रोते हुए परिजनों को पूरी घटना बताई। नाबालिग पुत्री के पिता ने बताया कि जब उनकी पुत्री घर से गायब हुई तब शेरगढ़ पुलिस थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। तब उनकी पुत्री बालेसर थाना क्षेत्र के उटांबर गांव में मिली थी। तब उनकी नाबालिग पुत्री ने जान से मारने की धमकी एवं वीडियो वायरल करने की धमकी के डर से पुलिस व घर वालों को घटना नहीं बताई थी। अब उनकी पुत्री ने यह सामूहिक दुष्कर्म की घटना हिम्मत करके बताई है। पुलिस ने अपहरण, सामूहिक दुष्कर्म एवं पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की है तथा हेड कास्टेबल सौभागाराम विश्नोई ने महिला पुलिस के साथ नाबालिग की मेडिकल जांच करवाई। मामले की जांच बालेसर पुलिस उप अधीक्षक पदमदान चारण कर रहे है। वही इस घटना में जिला पुलिस अधीक्षक ग्रामीण धर्मेंद्र सिंह यादव ने भी गंभीरता से लेते हुए आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार करने के निर्देश दिए।