पुलिस उपायुक्त (पूर्व) भुवन भूषण यादव ने बताया कि चांदशाह तकिया के पीछे खुले स्थान में दो युवकों के कैमिकल लगे बटर पेपर के बण्डलों को भारतीय मुद्रा बताकर धोखाधड़ी करने की सूचना मिली। थानाधिकारी राजेश यादव के नेतृत्व में उप निरीक्षक सोहनलाल व एएसआइ बींजाराम की टीम बनाई गई। सादे वस्त्र में पुलिस को दो हजार रुपए देकर दोनों युवकों के पास भेजा गया। डेकॉय ने दो हजार रुपए के बदले कैमिकल लगे बटर पेपर के तीन बण्डल व कैमिकल खरीदना तय किया। इतने में इशारा मिलते ही थानाधिकारी यादव के नेतृत्व में पुलिस ने दबिश दी और प्रतापगढ़ जिले में हथुनिया थाना क्षेत्र में मोकुमपुरा निवासी कासम खान पुत्र पान खान व अजमेर जिले में सदर नसीराबाद थानान्तर्गत रामसर में अगवाणों की ढाणी निवासी कमाल हुसैन उर्फ कमल पुत्र तयब हुसैन को गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से काले बटर पेपर के १३ बण्डल, सफेद बटर पेपर के १७ बण्डल, काले टिंचर कैमिकल की दो शीशी, एक आइफो दानेदार (मिश्रीनुमा) पाउडर और डेकॉय से मिले दो हजार रुपए जब्त किए गए। इनके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया।
बटर पेपर खरीद, नोटों के आकार में काटकर ठगी
थानाधिकारी राजेश यादव ने बताया कि आरोपी किसी स्टेशनरी दुकान से सफेद व काले बटर पेपर खरीदते थे। भारतीय मुद्रा के आकार में काटकर बण्डल बना लेते हैं। जिन्हें टिंचर कैमिकल व आइफो दाणेदार पाउडर के साथ रखते हैं। फिर ग्राहकों को झांसे में लेते हैं। काले बटर पेपर के बण्डल में एक असली नोट रखते हैं। उस पर कैमिकल लगा देते हैं। ताकि वो बटर पेपर नजर आए। फिर बण्डल से निकालकर आइफो पाउडर से धोकर साफ कर देते हैं। असली नोट सामने आ जाता है। यह देख ग्राहक झांसे में आ जाते। दोनों आरोपी एेसे काले बटर पेपर के बण्डल व कैमिकल युक्त नोट तीस हजार रुपए में दे रहे थे।