ऐसे में खीचन गांव में हजारों की तादाद में पहुंची डेमोसाइल क्रेन सहित थार के अन्य प्रजाति के पक्षियों का जीवन भी संकट में पड़ सकता है। इनमें राज्यपक्षी ग्रेट इंडियन बस्टर्ड
गोडावण भी शामिल है।
हाल ही में अमरीका के लुइसियाना में एच5 एन1 बर्ड फ्लू का संदिग्ध मिला है। फलोदी जिले के खीचन में इसी वायरस से संक्रमित डेमोसाइल क्रेन की मौत होने की पुष्टि हुई है।
अलर्ट मोड पर प्रशासन
खीचन में डेमोसाइल क्रेन की संदिग्धावस्था में मौत के बाद मृत कुरजां के सैंपल प्रयोगशाला में भेजे गए है, जिसमें सस्पेक्टेड होने का संदेह जताया गया है। इस संबंध में संबंधित विभागीय अधिकारियों की बैठक लेकर सतर्क व अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए गए है। आमजन को भी कुरजां के रहवास व प्रवास वाले क्षेत्रों में अभी नहीं जाने की सलाह दी जा रही है। - हरजीलाल अटल, जिला कलक्टर, फलोदी
मनुष्य को खतरा नहीं
बर्ड फ्लू प्रभावित पक्षियों के संपर्क से मनुष्य में संक्रमण फैलने का खतरा अब तक नहीं आया है। पोल्ट्री के सीधे संपर्क, पोल्ट्री फार्म वाले, होटलों में पोल्ट्री मीट बनाने वाले तथा चिड़ियाघर के कर्मचारियों को सावधानी बरतने की जरूरत है।
- डॉ. श्रवणसिंह राठौड़, वन्यजीव व पक्षी विशेषज्ञ
सैलानियों को रोका
खीचन में बर्ड फ्लू की आशंका के बीच वनविभाग की टीम अलर्ट मोड है। वनविभाग की टीम सैलानियों को कुरजां के पड़ाव स्थल पर जाने से रोका जा रहा है।
- कृष्ण कुमार व्यास, एसीएफ, वनविभाग फलोदी
फलोदी के खीचन में डेमोसाइल क्रेन की सात कुरजां की मौत के बाद भोपाल भेजी गई रिपोर्ट में एच5एन1 वायरस बर्ड फ्लू की पुष्टि की गई है। वनविभाग अधिकारियों से बातचीत करने पर इस संबंध में जिला कलक्टर को रिपोर्ट भेजी गई है।
- डाॅ. दाऊलाल बोहरा, सदस्य आईयूसीएन