- यह पाठ्यक्रम 4 साल और 8 सेमेस्टर में विभक्त होगा।
- पहले 4 सेमेस्टर में प्लानिंग के मूल सिद्धांत, तकनीक शामिल होगी।
- 5वें और छठे सेमेस्टर में शहरी संदर्भ और अनुप्रयोग उन्मुख सिद्धांतों में स्टूडियो पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- 7वें सेमेस्टर में शासन और वित्त पर जोर देने वाले सिद्धांत विषय पढ़ेंगे।
- 8वें सेमेस्टर में एक स्वतंत्र वैज्ञानिक अनुसंधान आयोजित किया जाएगा।
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बी. प्लानिंग पाठ्यक्रम में यह होगा शामिल- बेसिक टाउन एंड डिस्ट्रिक्ट प्लानिंग
- आवासीय प्लानिंग
- लैंडस्केप आर्किटेक्चर
- परिवहन योजना
- वास्तुशिल्प संरक्षण
- पर्यावरण नियोजन
- शहरी डिजाइन
- बेसिक बिल्डिंग प्लानिंग
- हाउसिंग एंड रेजिडेंशियल प्लानिंग
- रियल एस्टेट प्लानिंग
- अर्बन माइग्रेशन प्लानिंग
- अर्बन डेवलपमेंट प्लानिंग
- कला एवं उन्नत दृश्य संचार
- जल आपूर्ति एवं स्वच्छता प्लानिंग
- ऊर्जा-कुशल डिजाइन
- मॉड्यूलर समन्वय
- बुनियादी ढांचे की योजना
- प्रणाली प्रबंधन और अर्बन प्लानिंग
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जैसे-जैसे शहरीकरण विश्व स्तर पर तेजी से बढ़ रहा है, कुशल योजनाकारों की मांग बढ़ रही है। बी प्लानिंग स्नातक बेहतर भविष्य के लिए शहरों और कस्बों को आकार दे सकेंगे। अधिक स्मार्ट सिटीज विकसित हो सकेगी।प्रो. अजय शर्मा, कुलपति, एमबीएम विश्वविद्यालय जोधपुर
डॉ. कमलेश कुम्हार, आर्किटेक्चर एण्ड प्लानिंग फैकल्टी, एमबीएम विवि जोधपुर