scriptआसाराम के शूटर के निशाने पर थीं जोधपुर की एसीपी चंचल मिश्रा | asaram's disciple confesses to kill three witnesses including ACP chanchal mishra, asaram, AK-47, crime branch, asaram bapu, kartik haldar | Patrika News
जोधपुर

आसाराम के शूटर के निशाने पर थीं जोधपुर की एसीपी चंचल मिश्रा

जोधपुर में आसाराम मामले की जांच अधिकारी के कार्यालय से लेकर घर तक आसाराम के शार्प शूटर ने रैकी की थी। गवाहों को मारने के लिए ए के-47 की दरकार थी, जिसके लिए 11 लाख रुपए भी इकट्ठा किए गए।

जोधपुरMay 24, 2016 / 12:48 pm

Nidhi Mishra

ACP chanchal mishra, jodhpur

ACP chanchal mishra, jodhpur

आसाराम द्वारा नाबालिग का यौन शोषण मामले में हाल ही में एक नया खुलासा हुआ है। खुलासे में सामने आया कि आसाराम केस की तत्कालीन इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) चंचल मिश्रा भी आसाराम के शार्प शूटर कार्तिक उर्फ राजू हलदर (31) के निशाने पर थीं। यही नहीं हलदर एसीपी मिश्रा के कार्यालय से लेकर उनके घर तक रैकी भी कर चुका था। 
खुद कार्तिक ने अहमदाबाद क्राइम ब्रांच को दिए अपने कबूलनामे में ये स्वीकार किया है। क्राइम ब्रांच के एसीपी के.एन. पटेल ने सोमवार को बताया कि चंचल मिश्रा आसाराम व अन्य साधकों से सख्ती से पेश आती थीं। इसके चलते कार्तिक ने एसीपी की हत्या की साजिश रची थी।
READ ALSO: आसाराम के समर्थक ने दिखाया दीवानापन, पुलिस वाहन पर जा चढ़ा

बम से उड़ाने की बात स्पष्ट नहीं
पटेल ने बताया कि कार्तिक ने बम धमाके के जरिए हत्या करने की बात स्पष्ट तौर पर नहीं कबूली है, लेकिन इतना कबूला है कि इसके लिए वो एक स्कूटर खरीदने वाले थे, जिसकी मदद से हत्या करनी थी। कार्तिक ने कबूला कि किशन उर्फ बॉबी ने उसे बताया था कि इसके लिए मुंबई से डायनामाइट भी खरीदा गया है। लेकिन ये इस साजिश को अंजाम दे उससे पहले ही 14 मार्च को रायपुर से पकड़ा गया।
चंचल मिश्रा की सुरक्षा बढ़ाई

पूछताछ में ये तथ्य सामने आने के बाद अहमदाबाद पुलिस आयुक्त की ओर से जोधपुर पुलिस आयुक्त को इसकी सूचना दे दी गई थी। जिसके बाद से ही भीलवाड़ा जिले के मांडल की उपाधीक्षक चंचल मिश्रा की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। सूत्रों का कहना है कि उन्हें दो अतिरिक्त सुरक्षा गार्ड मुहैया कराए गए हैं। उनके घर पर भी सुरक्षाकर्मियों की अतिरिक्त तैनाती की गई है।
READ ALSO: आसाराम को व्हीलचेयर पर देख रोने लगीं महिला अनुयाई

दो साल बाद भी नहीं मिली एके-47

पटेल ने बताया कि कार्तिक ने गवाहों की हत्या करने के लिए आसाराम के देशभर में फैले साधकों से 25 लाख रुपए इकट्ठा किए थे। इसमें से करीब 11 लाख रुपए उसने एके-47 खरीदने के लिए झारखंड़ निवासी दामोदर सिंह नाम के एक व्यक्ति को 11 लाख रुपए दिए थे। दो साल बाद दामोदर ने एके-47 की जगह डबल बैरल (दो नाल) की बंदूक दे दी।
READ ALSO: आसाराम का बड़बोलापन : कानून अंधा है, एक लड़की के कहने से यह सब कर दिया

जेल जाने के बाद तीन बार आसाराम से मुलाकात

कार्तिक ने कबूल किया है कि उसकी आसाराम के जेल जाने से लेकर कार्तिक की गिरफ्तारी तक कार्तिक आसाराम से तीन बार मिल चुका है।
आसाराम की गिरफ्तारी के आसार

क्राइम ब्रांच सूत्रों का कहना है कि अहमदाबाद में आसाराम के साधक राजू चांडक पर हुई फायरिंग में और लाला ठाकोर की हत्या की कोशिश मामले में आसाराम की लिप्तता होने से क्राइम ब्रांच आसाराम की गिरफ्तारी कर सकती है।

Hindi News/ Jodhpur / आसाराम के शूटर के निशाने पर थीं जोधपुर की एसीपी चंचल मिश्रा

ट्रेंडिंग वीडियो