डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी कामत ने बताया कि बेंगलूरु स्थित हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा तैयार तेजस मार्क-1 ए लड़ाकू विमानों की 4.5 जनरेशन का जेट है। इसकी पहली स्क्वाड्रन बीकानेर के नाल एयरफोर्स स्टेशन पर तैनात होने की संभावना है, जो वर्तमान की मिग-21 बायसन स्क्वाड्रन की जगह लेगी।
तेजस मार्क-1ए में किए ये बदलाव
तेजस मार्क-1ए को एयरबेस पर बड़ी कैनोपी चाहिए होगी। इसमें नया इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोसेसर डिस्प्ले सिस्टम और फ्लाई-बाय-वायर सिस्टम के हार्डवेयर को डाला गया है। इसमें एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरो राडार, एयर-टू-ग्राउंड, एयर-टू-एयर मोड और सेल्फ-प्रोटेक्शन जैमर लगाया गया है। फिलहाल तेजस एमके-1ए में उन्नत इज़राइल राडार ईएल/एम-2025 लगाया गया है, जिसमें जल्द ही भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड और एचएएल द्वारा तैयार स्वदेशी उत्तम एईएसए रडार लगाया जाएगा।
नए लड़ाकू विमान के नीचे हथियारों के लिए 9 हार्ड पॉइंट हैं, जिसमें बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल, एयर-टू-एयर/ग्राउंड मिसाइल, एडवांस्ड शॉर्ट रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल ले जा सकेंगे। बाहरी सेल्फ-प्रोटेक्शन जैमर पॉड्स लगाया है जो दुश्मन लड़ाकू विमान के इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर में मदद करेगा।