सूचना मिलने के साथ चेंबर छोड़कर बाहर आए हाई कोर्ट न्यायाधीश व अधिवक्ता
न्यायाधीश रामेश्वर व्यास भी चेंबर छोड़ कर बाहर आए। तुरंत प्रभाव से बुलाई गई हाई कोर्ट डिस्पेंसरी के डॉ आनंद पुरोहित टीम के साथ पहुंचे मौके पर तब तक अधिवक्ता सुखदेव व्यास का हो चुका था। व्यास के निधन के बाद खुद हाई कोर्ट जज रामेश्वर व्यास ने सहारा देकर पार्थिव देह को एंबुलेंस में रखवाया।
हाईकोर्ट के जाने माने अधिवक्ता सुखदेव व्यास के निधन के सूचना से सभी अवाक रह गए। उनके निधन की जानकारी मिलते ही न्यायाधीश रामेश्वर व्यास कोर्ट छोड़ तुरंत उनके पास पहुंचे और सभी कोर्ट्स में एक बार काम थम सा गया।
हाईकोर्ट परिसर में अधिवक्ता सुखदेव व्यास सीढ़ियां चढ़ कर ऊपर पहुंचे ही थे कि वे अचेत होकर नीचे गिर पड़े। ऐसे में साथ चल रहे लोगों ने उन्हें तुरंत संभाला और उनके हार्ट को पंप करना शुरू किया। सूचना मिलने पर हाईकोर्ट डिस्पेंसरी से डॉ. आनंद मौके पर पहुंच गए। डॉ. आनंद ने जांच करने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। व्यास के रिश्तेदार न्यायाधीश रामेश्वर व्यास भी सूचना मिलने पर वहां पहुंच गए। न्यायाधीश रामेश्वर व्यास ने खुद अपने हाथों से व्यास का शव एम्बुलेंस में रखवाया। सुखदेव व्यास के अचानक निधन की सूचना फैलने पर अन्य अधिवक्ता विश्वास तक नहीं कर पाए। हाईकोर्ट परिसर में व्यास के निधन के बाद बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं का जमावड़ा लगा रहा।