पुलिस के अनुसार आडा बाजार में फोफलियों की गली निवासी कमलीदेवी बंसल ने आशादेवी, गोपी सिंह, किशोर सिंह तथा जसवंत सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है। आरोप है कि वह आसोप की पोल के अंदर स्थित प्राचीन राजा राय सिंह के स्थान व मंदिर जाती है, जहां चार-पांच वर्ष पहले उसकी मुलाकात आशादेवी से हुई। जो खुद को ठाकुर सज्जन सिंह की पुत्री होने का दावा करती है। उसने कमलीदेवी को बताया कि उसके घर पर पुत्र के ससुर के भूत का साया है। जो उसके पति व पुत्र को मार देगा। परिवार का विनाश हो जाएगा। आरोपी ने भूत के साए को झाड़ फूंक से दूर करने का विश्वास दिलाया। जिसके बदले वह कमलीदेवी से धीरे-धीरे रुपए वसूलने लगी।
घबराई महिला पूरी तरह उसके झांसे में आ गई। परिवार को बचाने के लिए वह रुपए देती रही। रुपए न होने पर उसने परिवार से चोरी छुपे सोने के आभूषण भी गिरवी रख दिए। उनसे प्राप्त रुपए को आशादेवी को देती रही। एक साथ रुपए न होने पर किस्तों में लेने के लिए गोपीसिंह व अन्य महिला के घर आते और राशि ले जाते।
पीडि़ता के पुत्र का आरोप है कि सभी जेवर गिरवी रखने के बावजूद आशा सिंह का लालच बंद नहीं हुआ। उसकी मां ने मकान तक को गिरवी रखने की ठान ली, लेकिन नोटबंदी के चलते एेसा नहीं हो पाया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।