पुलिस के अनुसार मूलत: नागौर जिले में खींवसर थानान्तर्गत कुरछी गांव हाल मगरा पूंजला में शुभम विहार निवासी सरिता (32) पत्नी नरसिंहराम जाट बच्चों की छुट्टियां होने पर 26 दिसम्बर की दोपहर ऑटो से भदवासिया बस स्टैण्ड पहुंची थी, जहां से निजी बस में सवार होकर बच्चों के साथ कुरछी गांव रवाना हुई थी। उसके पास बैग व अन्य सामान था। जिनमें दस तोला सोने के विभिन्न आभूषण व तीन हजा रुपए भी थे। ससुराल पहुंचने पर महिला ने बैग संभाला तो साढ़े चार तोला सोने का तिमणिया, तीन तोला सोने का रखड़ी सैट, एक तोला सोने की कंठी, आधा तोला सोने का मंगलसूत्र, दो-दो ग्राम सोने की की तीन सीके और एक पर्स में रखे तीन हजार रुपए गायब थे। महिला काे अंदेशा है कि बस में पास वाली सीट पर बैठी महिला ने जेवर चुराए होंगे।
छह दिन तक जांच में रखी शिकायत
वर्ष की समाप्ति के दौरान दिसम्बर के अंतिम दिनों में पुलिस लम्बित मामलों के निस्तारण को तवज्जो दे रही थी। ऐसे में एफआइआर दर्ज करने में कोताही बरती गई। जेवर चोरी का पता लगने पर पीडि़त पक्ष 27 दिसम्बर को माता का थान थाने पहुंचा था और लिखित शिकायत दी थी, लेकिन पुलिस ने परिवाद में रखकर इतिश्री कर ली। छह दिन तक शिकायत को दबाए रखा गया। नववर्ष लगते ही छह दिन बाद पुलिस ने चोरी की एफआइआर दर्ज की गई। इस संबंध में जांच कर रहे एएसआइ नवीन कुमार का कहना है कि शिकायत मिलते ही एफआइआर दर्ज की गई है।
दूसरे ही दिन दी थी शिकायत
26 दिसम्बर को जेवर चोरी किए गए थे। दूसरे दिन पुलिस में शिकायत दी थी। जिसे परिवाद में रखा। अब नववर्ष लगने पर एफआइआर दर्ज की गई है। नरसिंहराम जाट, पीड़ित