राजकोष पर पड़ा अतिरिक्त भार
करीब पांच घंटे तक यह घटनाक्रम चला था। इस दौरान पुलिस का पूरा जाप्ता तैनात रहा और स्थिति को संभाला। किसान की सुरक्षा के लिए प्रशासन को भारी सुरक्षा इंतजामात करने पड़े। जिस वजह से प्रशासन के राजकोष पर अतिरिक्त भार पड़ा है। इसको देखते हुए पुलिस ने अब किसान को पुलिस फोर्स और अन्य संसाधनों के खर्चे का भुगतान करने के लिए 9 लाख 91 हजार 577 रुपए का नोटिस भेजा है। किसान को यह राशि सात दिन में जमा करवाने के लिए कहा गया है। झुंझुनूं एसपी शरद चौधरी ने दिया किसान को नोटिस
DGP के एक आदेश का हवाला देते हुए
झुंझुनूं एसपी शरद चौधरी ने किसान को नोटिस दिया है कि सीमेंट कंपनी गोठड़ा पर विधाधर और उसके परिवार द्वारा इच्छामृत्यु की बात कही गई थी। जिन्हें इच्छामृत्यु से बचाने के लिए एक ASP, 2 DSP, 2 CI, 3 SI, 6 ASI, 18 हैड कांस्टेबल, 67 कांस्टेबल समेत कुल 99 पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों का जाब्ता लगाया गया था। इस जाब्ते और जाब्ते के साथ राजकीय वाहनों का प्रयोग किया गया। जिसके चलते राजकोष पर अतिरिक्त भार पड़ा है।
7 दिन में जमा करवाएं पैसे
झुंझुनूं एसपी शरद चौधरी ने बताया ये वसूली के आदेश दिए गए है। किसान को ये पैसे 7 दिन में जमा करवाने होंगे।
किसान को मिला 3.20 करोड़ रुपए का मुआवजा
गौरतलब है कि मामले में बाद में 15 दिसंबर को प्रशासन ने किसान व किसान के परिवार को मुआवजा राशि का चेक भी सौंप दिया था। मुआवजे का चेक लगभग 3 करोड़ 20 लाख रुपए का बताया जा रहा है।