जाम से मिलेगी राहत
झुंझुनूं जिले में 1400 करोड़ की लागत से झुंझनूं-चिड़ावा-सिंघाना-पचेरी सड़क निर्माण होगा। इसके अलावा 600 करोड़ से सिंघाना-खेतड़ी-जसरापुर-नगलीसलेदी-भाटीवाड़ सड़क निर्माण को मंजूरी दी गई है। सीकर जिले में 500 करोड़ की लागत से सीकर-लक्ष्मणगढ़-फतेहपुर में बाईपास बनेगा। इससे सीकर शहर के साथ लक्ष्मणगढ़ व फतेहपुर के लोगों को जाम से राहत भी मिल सकेगी।दिल्ली जाने में समय बचेगा
1400 करोड़ की लागत से झुंझनूं-चिड़ावा-सिंघाना-पचेरी सड़क निर्माण होने से दिल्ली तक की दूरी कम होगी। अभी नारनौल से पचेरी सीमा तक फोन लेन सड़क बनी हुई है, लेकिन झुंझुनूं की सीमा में आते ही काम अटक हुआ है।बेहतर होगी गांवों व कस्बों की कनेक्टिविटी
600 करोड़ से सिंघाना-खेतड़ी-जसरापुर-नगलीसलेदी-भाटीवाड़ सड़क निर्माण होने से कस्बों की कनेक्टीविटी और बेहतर हो सकेगी। इस मार्ग के बनने से शेखावाटी के हजारों लोगों को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा।ऐसे समझें फायदे का गणित
धार्मिक व एज्युकेशन कॉरिडोरशेखावाटी धार्मिक व एज्युकेशन कॉरिडोर के तौर पर शेखावाटी की धाक लगातार मजबूत हो रही है। मंडावा में हजारों देसी विदेशी पर्यटक आते हैं। दिल्ली से सीधा हाइवे नहीं होने के कारण जयपुर होते हुए आते हैं। अब वे पचेरी होते हुए सीधे मंडावा पहुंच जाएंगे।
झुंझुनूं में अभी एक भी एनएच कार्यरत नहीं है। नए मार्ग का विस्तार होने व नई सड़क बनने से परिवहन सुविधा और बेहतर हो सकेगी। फिलहाल दिल्ली जाने वाले परिवहन साधनों को एनएच के अभाव ज्यादा ईधन के साथ धन का नुकसान भी हो रहा है। सड़क हादसे भी कम होंगे।
दिल्ली व जयपुर के काफी नजदीक होने के बाद भी औद्योगिक जोन को बूस्टर डोज नहीं मिल पा रहा है। परिवहन की सुविधा मिलने से यहां के उद्योगों को संजीवन मिल सकेगी। अभी राइजिंग राजस्थान में अनेक एमओयू झुंझुनूं में नए उद्योग लगाने के लिए हुए हैं। माल लाने व ले जाने में सुविधा होगी।
पत्रिका का अभियान रंग लाया
हाइवे के कार्य को मंजूरी दिलवाने में राजस्थान पत्रिका का महत्वपूर्ण योगदान रहा। दिल्ली के लिए हाइर्व का कार्य शुरू नहीं होने पर राजस्थान पत्रिका ने शुरू करो राजमार्ग का कार्य शीर्षक से समाचार अभियान चलाया था। इसके बाद इसके बारे में केन्द्रीय मंत्री ने घोषणा की है।इनका कहना है
झुंझुनूं से पचेरी के बीच हाईवे बनने से जिले का तेजी से विकास हो सकेगा। पचेरी से फतेहपुर तक का कार्य पहले से चल रहा है। ऐसे में दिल्ली का सीधा जुड़ावा बीकानेर से हो जाएगा। इससे पर्यटन के साथ औद्योगिक विकास भी होगा।राजेन्द्र भाम्बू, विधायक, झुंझुनूं