बारूद और सैन्य सामग्री को जब्त किया
इच्छामति और खड़खड़िया नदियों के पास, 12 राजपुताना राइफल्स ने पाकिस्तान की 48 पंजाब बटालियन के खिलाफ शानदार विजय प्राप्त की। बटालियन ने पाकिस्तान के तीन प्रमुख ट्रेनिंग सेंटरों (शेदपुर, रंगपुर और विनाजपुर) पर कब्जा किया और शत्रु के हथियारों, गोला-बारूद और सैन्य सामग्री को जब्त किया। इस संघर्ष के दौरान बटालियन के कई वीर सैनिकों ने अद्वितीय साहस का परिचय दिया। राइफलमैन प्रेम सिंह और राइफलमैन छगन सिंह निवासी लूटू को मरणोपरांत “वीर चक्र” से सम्मानित किया गया, जबकि सुबेदार अभय राम को “सेना मेडल”, और लांस नायक सांवत सिंह तथा लांस नायक देवा सिंह को “मेंशन इन डिस्पैचेस” सम्मान प्राप्त हुआ। कार्यक्रम में बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर जयसिंह शेखावत, लेफ्टिनेंट अमित सिंह, सुबेदार गोपीचंद, सुबेदार रामकरण, सुबेदार गोपालसिंह और 15 अन्य जवानों ने भाग लिया। उन्होंने भूतपूर्व सैनिकों और वीरांगनाओं की समस्याओं को सुना और उन्हें बटालियन से संपर्क करने की सलाह दी। इस अवसर पर कलक्टर रामावतार मीणा ने भी संवाद किया और किसी भी समस्या के समाधान का आश्वासन दिया।कार्यक्रम का संयोजन हवलदार केशर सिंह ने किया। संचालन सुबेदार मेजर सुभाष एवं सुबेदार विजयपाल काजला ने किया।
वीरांगनाओं का सम्मान
– रजनी देवी (वीरांगना हवलदार आनंद) – कमलेश (वीरांगनाहवलदार बलवीर सिंह) – मनोज देवी (वीरांगना सुबेदार रामचंद्र) – कंचन देवी (वीरांगनाराइफलमैन राजेश) – अंजू (पुत्री राइफलमैन मानसिंह) – मंजू देवी (वीरांगना हवलदार कैलाशचंद्र) – भारती देवी (वीरांगना सुबेदार धर्मेश सांगवान) – अनिता देवी (वीरांगना राइफलमैन पवन कुमार) – गुलाब कंवर (वीरांगना राइफलमैन छगनसिंह) – सम्पत्ति देवी (वीरांगना सुबेदार करणसिंह)
– कमला देवी (वीरांगनानायक हनुमान सिंह)