गोशाला में सुबह व शाम दोनों समय 2 घंटा लॉउड स्पीकर से मधुर आवाज में भजन सुनाए जाते हैं। गांव के बाबूलाल सारवाज, मुकेश डोटासरा, राजेन्द्र हुड्डा ने बताया कि भजन सुनाने से गायों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। साथ ही समाज में भी सकारात्मक ऊर्जा पैदा होती है।
नि:स्वार्थ सेवा करते हैं पूर्णसिंह
पुलिस विभाग से सेवानिवृत पूर्ण सिंह दिन भर गायों की नि:स्वार्थ भाव से सेवा करते हैं। वह सुबह शाम गायों को चारा खिलाना, पानी पिलाना सहित अनेक कार्य नि:शुल्क करते हैं। सहयोग के लिए एक मजदूर भी तीन हजार प्रति माह के वेतन पर गोशाला में कार्य करता है। ग्रामीण रविन्द्र सिंह, रोहन सिंह, रूपसिंह शेखावत व नरेश हुड्डा ने बताया कि प्रत्येक अमावस्या को गाय व बछड़ों को गुड़ व दळिया तथा प्रत्येक माह की ग्यारस को हरा चारा अवश्य खिलाया जाता है।