कोरोना के कारण प्रभावित हुआ कार्य
जानकारी के अनुसार बिजली के पोल लगाने का काम जून महीने तक पूरा होना था। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण काम गति नहीं पकड़ पाया। बिजली के पोल लगाने आदि के लिए होने वाली वैल्डिंग में ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। कोरोना के चलते ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं हो पाई, जिसके कारण काम गति नहीं पकड़ पाया। अब कोरोना की दूसरी लहर खत्म होने के बाद बिजली के पोल लगाने सहित अन्य कार्य ने गति पकड़ी है। जानकारी के अनुसार नवम्बर-दिसम्बर तक काम पूरा हो जाएगा।
बिजली के पोल लगाने का काम तेज गति से चल रहा है। जिले में नवलगढ़ रेलवे स्टेशन से झुंझुनूं की तरफ करीब दो किलोमीटर तक बिजली के पोल लगाए जा चुके हैं। वहीं बिजली के पोल लगाने के लिए फाउंडेशन आदि का काम सूरजगढ़ तक हो चुका है। एक किलोमीटर में करीब 20 बिजली के पोल लगाए जाते हैं।
रेलवे की ओर से बिजली की टे्रन चलाने के लिए रींगस से सीकर के बीच लगभग काम पूरा हो चुका है। उक्त ट्रेक पर वायरिंग आदि का काम पूरा हो चुका है। उक्त टे्रक पर एक महीने में सीआरएस हो सकता है। सीकर-लोहारू टै्रक पर बिजली का काम पूरा होने के बाद उस पर टे्रन संचालन के लिए सीआरएस होगा। सीआरएस मार्च में होने की संभावना है। सीआरएस रिपोर्ट आने के बाद उक्त टे्रक पर बिजली का संचालन शुरू हो जाएगा।
अभी यह ट्रेन चल रही ये टे्रन चल रही है झुंझुनूं से वर्तमान में झुंझुनंू में 10 टे्रनों का संचालन हो रहा है।
गाड़ी संख्या समय कहां के लिए वार
04021 3.25 जयपुर बुध/शुक्र/रवि 09807 7.59 जयपुर सोम/बुध/गुरु/शनि
09703 8.58 लोहारू प्रतिदिन 04812 11.34 सीकर बुध/शुक्र
04811 15.44 दिल्ली बुध/शुक्र 09704 18.33 सीकर प्रतिदिन
09808 20.58 कोटा सोम/बुध/गुरु/शनि 09727 21.48 रेवाड़ी प्रतिदिन
04022 23.43 दिल्ली रवि/बुध/शुक्र