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गड़बड़ी मिलते ही दे सकेंगे तुरंत निर्देश
लाइव वेबकास्टिंग वाले स्थान पर गड़बड़ी को अधिकारी देख सकेंगे। उसे रोकने के निर्देश तुरंत देंगे। कहीं भीड़ ज्यादा है तो उसके अनुरूप व्यवस्था कर सकेंगे। कई बार शिकायत रहती है कि एक ही व्यक्ति कई जनों के वोट करके आ जाता है, इस पर भी रोक लग सकेगी। शिकायत मिलने पर उसके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। कई बार बूथ कैप्चरिंग की शिकायत भी आती है, ऐसी घटनाओं पर भी रोक लगेगी।
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जानें कैसे होती है लाइव वेबकास्टिंग
जिन केन्द्रों पर गड़बड़ी होने की आशंका है उन्हीं केन्द्रों को लाइव बेबकास्टिंग के लिए चुना गया है। बूथ पर आईपी तकनीक के विशेष कैमरे लगाए जाएंगे। कैमरे में मोबाइल में डलने वाली सिम को एक्टिवेट किया जाएगा। इससे कैमरे को इन्टरनेट मिलता रहेगा। इस कैमरों को विशेष सॉटवेयर से जोड़ा जाएगा। फिर यहां होने वाले गतिविधि को जिन अधिकारियों को राइट मिले हुए हैं, वे उसे देख सकेंगे। खास बात यह है कि इसकी गड़बड़ी को बाद में भी देखा जा सकेगा। क्योंकि इसकी रेकॉडिंग भी की जाएगी। इस बारे में सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के संयुक्त निदेशक घनश्याम गोयल ने बताया कि इस बार उप चुनाव में 145 केन्द्रों पर लाइव वेबकास्टिंग की जाएगी।