राजस्थान में झुंझुनूं से कांग्रेस के सांसद बृजेंद्र ओला ने कहा कि राजस्थान में भाजपा सरकार की ओर से आम आदमी और सरकारी कर्मचारियों को धमकाया जा रहा है, लेकिन इनको पता नहीं कि झुंझुनूं वाले कितने बहादुर हैं, वे किसी से नहीं डरते। भाजपा में एक कम्पीटिशन चल रहा है कि प्रधानमंत्री विदेश की ज्यादा यात्रा करें या पर्ची वाले मुख्यमंत्री ज्यादा यात्रा करें।
ओला ने शहर में मंड्रेला मार्ग पर चुनाव सभा में कहा उनका परिवार चुनाव नहीं लड़ना चाहता था। मैंने तो कहा था टिकट किसी और को दे दे। पार्टी ने कहा कि किसी दूसरे व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया तो जमानत जब्त हो जाएगी। ओला ने कहा- वे लोकसभा का चुनाव भी नहीं लड़ना चाहते थे। मैंने पार्टी से कहा था कि विधायक ही ठीक हूं, लेकिन पार्टी नहीं मानी और मुझे टिकट देकर भेज दिया। इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा- सरकार हर तरह के हथकंडे अपना रही है। ओला ने कहा- लोकसभा चुनाव में तो जनता ने आशीर्वाद देकर मुझे दिल्ली भेज दिया। उस समय दिल्ली में बैठी सरकार 400 पार का नारा दे रही थी और बड़े-बड़े नेताओं ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। यहां तक कि कांग्रेस के लोगों ने भी टिकट वापस लौटा दी थी, लेकिन मैंने उस परिस्थिति में चुनाव लड़ा और जनता के आशीर्वाद से दिल्ली गया।
सरकार को लोग जवाब देंगे
उन्होंने कहा- प्रदेश सरकार ने निःशुल्क दवा योजना को डायवर्ट कर दिया। इलाज के लिए पहले सरकार 25 लाख रुपए देती थी, उसे 5 लाख कर दिया। हमारी सरकार ने सामाजिक पेंशन योजना में हर साल 15 प्रतिशत बढ़ोतरी का कानून पास किया था, उसको भीलागू नहीं किया। बिजली पर जो सब्सिडी थी, उसे भी नए तरीके अपनाकर वापस लेने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन वो कुछ भी कर लें, यहां के लोग माकूल जवाब देंगे। ओला के बेटे अमित ओला झुंझुनूं से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा का उप चुनाव लड़ रहे हैं