मलसीसर के आसपास के दो किलोमीटर क्षेत्र के खेत पानी से लबालब हो गए। आसपास के गांवों के लोग भी डेम टूटने की सूचना पर मौके पर पहुंचे। कस्बे में अफरातफरी का माहौल हो गया। बाद में प्रशासनिक अधिकारी, पुलिस और बचाव दल के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन प्रशासन के पास इस पानी के बहाव को रोकने का कोई साधन नहीं था।
हालांकि जेसीबी से दूसरी तरफ का रास्ता खोदकर पानी को दो भागों में बांटा गया, जिससे किसी तरह की जनहानी नहीं हुई।बांध टूटने से झुंझुनूं राजगढ़ रोड पर आवागमन बंद हो गया।
हल्के रिसाव के बाद बहने लगी नदी
कुंभाराम नहर लिफ्ट परियोजना के तहत मीठा पानी देने के लिए मलसीसर में दो बांध बनाए गए हैं। करीब सौ हैक्टर भूमि पर बने बांध में दोपहर में रिसाव शुरू हो गया। बहते पानी ने कुछ ही देर में नदी का रूप धारण कर लिया।
बांध की एक तरफ की दीवार टूट गई। कुछ ही समय में पानी मलसीसर कस्बे के बाहरी क्षेत्र में बने उपखण्ड कार्यालय, पुलिस थाना, तहसील कार्यालय, विद्युत निगम के दफ्तरों में घुस गया और सभी सरकारी कार्यालय भी जलमग्न हो गए।
15 लाख क्यूबिक पानी की क्षमता 11 मीटर गहरे रिजरवायर टैंक की क्षमता 15 लाख क्यूबिक लीटर पानी की है। मलसीसर बिसाऊ मार्ग पर दोनों तरफ 41 हैक्टेयर व 100 हैक्टेयर भूमि पर बने डेम में पानी से पूरी तरह भर जाने के बाद कुछ समय के लिए तारानगर हैड कैनाल से पानी की आपूर्ति बंद भी हो जाए तो डेम में स्टोर पानी से कई दिनों तक लोगों की प्यास बुझाई जा सकती है। झटावा रोड पर बने रिजरवायर का क्षेत्रफल 1.5 लाख वर्ग मीटर है। इसमें 15 लाख क्यूबिक लीटर पानी का स्टोरेज रहेगा।