जिसमें पेट्रोल पंप का कर्मचारी बाइक में पेट्रोल डाल रहा है। बाइक पर चालक और बुजुर्ग बैठे दिख रहे हैं। पेट्रोल डालते समय बाइक चालक जेब से हाथ निकालता है। जिसके बाद अचानक पंप की नोजल और टंकी में आग लग जाती है। युवक बाइक को गिरा देता है तथा बुजुर्ग को खींचकर दूर करता है। वहीं बाइक के पास ही दूसरी बाइक भी खड़ी है।
जिस पर भी दो सवार दिख रहे हैं। आग लगने के बाद पेट्रोल पंप के कर्मचारी और बाइक सवार इधर-उधर भागने लग जाते हैं। इस बीच कर्मचारी सतर्कता दिखाता है। जो कि पंप पर रखे अग्निशमन यंत्र को उठाकर लाता है। कर्मचारी इस यंत्र की मदद से आग को बुझा देता है। घटना के बाद आस-पड़ौस के लोग भी एकत्र हो जाते हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कर्मचारी सतर्कता नहीं दिखाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
चालक और कर्मचारी रखे सावधानी-
दरअसल पेट्रोलियम पदार्थ उच्च ज्वलनशील होते हैं। इनके मामले में थोड़ी सी भी लापरवाही जान-माल के नुकसान की वजह बन सकती है। इसलिए बेहतर है कि पेट्रोल पंप पर कार या टू-व्हीलर में तेल डलवाते वक्त वहां के स्टाफ के साथ-साथ ड्राइवर और मालिक भी सावधानी बरतें। यह इतना मुश्किल भी नहीं है। अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए और नियमों का पालन किया जाए तो दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है।
हादसे से बचने के लिए सावधानी-
कार या टू-व्हीलर में पेट्रोल-डीजल भरवाते समय इंजन बंद कर दें। ज्यादा गर्म व्हीकल पर ईंधन छलक कर गिरने से आग लगने का खतरा होता है। – पेट्रोल पंप के परिसर में धूम्रपान न करें यानी सिगरेट-बीड़ी न पीएं और न ही माचिस जलाएं। एक छोटी सी चिंगारी भी बड़ी दुर्घटना को अंजाम दे सकती है।
-पेट्रोल पंप के परिसर में मोबाइल पर बात न करें, हो सके तो इसे बंद रखें। मोबाइल फोन से बात करते समय विशेष तरह की रेडियो वेब निकलती हैं। ज्वलनशील पदार्थ, जैसे पेट्रोल-डीजल के संपर्क में आने पर आग लगने का खतरा रहता है।
-डीजल या पेट्रोल डलवाते समय वाहन से नीचे उतर जाएं। -प्लास्टिक या कांच की बोतलों में डीजल या पेट्रोल लेना खतरनाक है। कभी भी ऐसा जोखिम नहीं लेना चाहिए। -माना जा रहा है कि चमकीले कपड़ों से भी घर्षण होता है। जिस कारण भी आग लग सकती है।