मेडिकल कालेज में जल्द ही बनेगा नेत्र बैंक
इन्फ्रास्ट्रक्चर और मैन पावर तैयार, उपकरणों के जल्द मिलेगा मुख्यमंत्री निधि से धन।
झांसी। मेडिकल कालेज के नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डा.जितेंद्र कुमार ने बताया कि मेडिकल कालेज में जल्द ही नेत्र बैंक बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद दिसंबर या जनवरी से यहां पर कॉर्निया ट्रांसप्लांट का काम शुरू होने की उम्मीद है। यह जानकारी उन्होंने यहां पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी।
उपकरणों के लिए जल्द मिलेगा धन
डा.जितेंद्र कुमार ने बताया कि मेडिकल कालेज में इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन पावर तो पूरा है। केवल उपकरणों की जरूरत है। इसके लिए प्रिंसिपल डा.एन.एस. सेंगर की शासन स्तर पर बातचीत हो चुकी है। जल्द ही मुख्यमंत्री निधि से इसके लिए धन मिल जाएगा। इससे यहां उपकरण आने के बाद नेत्र बैंक की स्थापना हो जाएगी। इसके साथ ही दिसंबर या जनवरी से यहां पर ट्रांसप्लांट का काम भी शुरू हो जाएगा।
जांच की एम्स जैसी हैं सुविधाएं
डा.जितेंद्र कुमार ने बताया कि अभी भी मेडिकल कालेज में जांच की एम्स जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इसके तहत फंडस एंजियोग्राफी, आटोमेटड फंडस स्कोपी, पेरामीटरी और लेजर-3डी ओसीटी आदि जांचें यहां चल रही हैं।
प्रिंसिपल ने भी गिनाईं चिकित्सा सुविधाएं
इस मौके पर मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा.एन.एस सेंगर ने भी सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही चिकित्सा सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मेडिकल कालेज में 500 बेड की नई इकाई बनकर तैयार हो रही है। 30 अक्टूबर तक इसको हर हाल में हैंडओवर होना है। इसके बाद मुख्यमंत्री आकर इसका उद्घाटन करेंगे। इसके अलावा बताया गया कि यहां के हॉस्टल, सेंट्रलाइज्ड आक्सीजन सिस्टम और फायर फाइटिंग सिस्टम के लिए करोड़ों रुपये की धनराशि प्राप्त हुई है। वहीं प्रिंसिपल ने बताया कि गुर्दा रोग, कैंसर, हृदय रोग और लीवर संबंधी रोगों के साथ ही मौसमी संक्रामक महामारी को भी मुफ्त इलाज की श्रेणी में शामिल कर लिया गया है। इसकी पात्रता के दायरे में आने वाले मरीजों को इनके मुफ्त उपचार की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा लकवा के रोगियों को अगर तीन घंटे में इंजेक्शन लगा दिया जाए, तो वह ठीक हो सकते हैं। यह इंजेक्शन जिला अस्पताल में मुफ्त में उपलब्ध रहता है, लेकिन स्टाफ और संसाधन मेडिकल कालेज में उपलब्ध है। इसलिए यहां आने वाले मरीजों को यह इंजेक्शन बाजार से 28000 रुपये में खरीद कर लगवाना पड़ता है। अगर, यह इंजेक्शन जिला अस्पताल के बजाए मेडिकल कालेज में उपलब्ध कराया जाने लगे या जरूरत पड़ने पर वहां से आने की व्यवस्था बन जाए, तो मरीजों को बहुत भला हो सकता है।
ये डाक्टर रहे उपस्थित
इस मौके पर मेडिकल कालेज के सीएमएस डा.हरीश आर्य, डा.मोहम्मद अरशद और प्रदीप श्रीवास्तव समेत आदि मौजूद रहे।
Hindi News / Jhansi / मेडिकल कालेज में जल्द ही बनेगा नेत्र बैंक