झाँसी। गरौठा तहसील के ग्राम बिजौरा के चार साल के विकलांग राजा बाबू के इलाज के लिए झाँसी का महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कॉलेज पहल करेगा। चार साल के राजा बाबू के जन्म से ही दोनों हाथ में नहीं है। झाँसी के महारानी लक्ष्मी बाई मेडिकल कालेज के प्राचार्य से पत्रिका संवाददाता ने बच्चे की बीमारी और इलाज की संभावनाओं को लेकर आज सवाल पूछा। जवाब में प्राचार्य ने कहा कि वे आर्थोपैडिक विभाग के डाकटरों की टीम को कहेंगे कि बच्चे की पूरी जांच की जाये और उसके इलाज की सम्भावनाएं तलाशी जाए।
प्राचार्य
डॉ एन एस सेंगर ने बताया कि यह बीमारी गर्भावस्था के दौरान किसी दवा के
साइडिफेक्ट के कारण हुई है। गर्भावस्था में महिलाओं को कई तरह की दवाएं
खाने के लिए मना किया जाता है, लेकिन वे खा लेती हैं जिस कारण इस तरह की
विकलांगता बच्चे में आ जाती है। प्राचार्य ने कहा कि महिलाओं को
गर्भावस्था के दौरान दवाइयों के सम्बन्ध में जागरूकता रखनी पड़ेगी।
प्राचार्य ने कहा कि चूंकि बच्चा बीमारी से ग्रस्त हो गया है ऐसे में
मेडिकल कॉलेज के आर्थोपैडिक विभाग की टीम बच्चे की पूरी जांच करेगी और उसके
इलाज की संभावनाओं की तलाश करेगी।