मछली की नक्काशी देख खुश हो गईं थी विक्टोरिया हमीरपुर के मौदहा के रहने वाले इस परिवार ने जब महारानी विक्टोरिया को मछली भेंट की तो वे हाथ की कारीगरी देख बहुत खुश हुई। सुंदर नक्काशी वाली मछली भेंट में लेने के बाद उन्होंने परिवार के मुखिया को एक मेडल दिया था। उसी समय परिवार का नाम आइने-अकबरी उपन्यास में दर्ज हो गया था।
ड्राइंग रूम से लेकर सूट तक की बढ़ा रही शोभा बुंदेलखंड की बनी मछली अलग-अलग काम में इस्तेमाल हो रही है। कोई अपने सूट में लगाकर स्मार्ट दिख रहा है, तो कोई ड्राइंग रूम की शोभा बड़ा रहा है।