scriptWeather update : मावठ-ओले खेतों में छोड़ गए बर्बादी के निशां | WeaThe hailstorm and snow left marks of destruction in the fields | Patrika News
झालावाड़

Weather update : मावठ-ओले खेतों में छोड़ गए बर्बादी के निशां

ओलावृष्टि से संतरे के बगीचों में संतरे के कई पेड़ नीचे गिर गए और पेड़ों पर से संतरे टूटकर बिखर गए।

झालावाड़Dec 28, 2024 / 10:57 pm

jagdish paraliya

प​श्चिमी विक्षोम से बिगड़ा मौसम खेतों में बर्बादी के निशां छोड़ गया। शुक्रवार रात तक तेज हवा के साथ हुई झमाझम बरसात व ओलों की मार से कई फसलों में व्यापक नुकसान हुआ है। बरसात और शीतलहर से तापमान एक दिन में 3 डिग्री गिर गया। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 15 डिग्री पर था जो शनिवार को 12 डिग्री रहा। अधिकतम तापमान भी दो डिग्री गिरकर 24 पर आ गया।
प​श्चिमीविक्षोम से बिगड़ा मौसम खेतों में बर्बादी के निशांछोड़ गया। शुक्रवार रात तक तेज हवा के साथ हुई झमाझम बरसात व ओलों की मार से कई फसलों में व्यापक नुकसान हुआ है। कई खेतों में तालाब की तरह पानी भर गया। बगीचों में संतरे पेड़ों से टूट कर गिर गए। वहीं शनिवार सुबह से कोहरा छाया रहा। हालांकि दिनभर बरसात नहीं हुई लेकिन कोहरे के बीच फुहारें पड़ती रही। बरसात और शीतलहर से तापमान एक दिन में 3 डिग्री गिर गया। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 15 डिग्री पर था जो शनिवार को 12 डिग्री रहा। अधिकतम तापमान भी दो डिग्री गिरकर 24 पर आ गया।
तेज हवा के साथ बरसात और ओलावृष्टि से जिले के अधिकांश क्षेत्र में किसानों को फसलों में भारी नुकसान हुआ। ओले गिरने और तेज हवा चलने से खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान हो जाने से किसानों के चेहरे लटक गए। शनिवार को दिन में हल्की बूंदाबांदी के साथ दिनभर आसमान में बादल छाए रहे। बरसात के साथ तेज हवा चलने से कई खेतों में गेहूं आडेपड़ गए, वहीं ओलावृष्टि से संतरे के बगीचों में संतरे के कई पेड़ नीचे गिर गए और पेड़ों पर से संतरे टूटकर बिखर गए। जिससे किसानों का रो-रो कर बुरा हाल है। झालरापाटन पंचायत समिति की ग्राम पंचायत रूंडलाव, तीतरवासा, झूमकी के दर्जनों गांव में गेहूं, धनिया, मसूर, चना, लहसुन की फसलों को भारी नुकसान हुआ। भारतीय जनता पार्टी सहकारिता प्रकोष्ठ जिला संयोजक कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि बे मौसम बरसात के साथ चली तेज हवा और ओले गिरने से गेहूं, सरसों, चना, लहसुन, मसूर की फसलों की भारी तबाही हुई है। जिससे किसान पूरी तरह से प्रकृति की चपेट में है। उन्होंने राज्य सरकार से प्रभावित किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से नुकसान का मुआवजा दिलाने की मांग की।

खेतों में बिछ गई सरसों की फसल

शुक्रवार शाम को करीब एक घंटे से अधिक देर तक मावठ की झमाझम बारिश हुई। ऐसे में गेंहू, चना, लहसुन, धनिया, अफीम, सरसों के खेतों में पानी बह निकला। तेज हवाओं के चलने से सरसों की फसल आड़ी पड़कर चौपट हो गई। इन दिनों सरसो के खेत मे फूल लदे हुई है तेज हवाओं से फसल आड़ी पड़ गई जिससे किसानों ने सरसों में आंशिक नुकसान की आंशका जताई। डूंगरपुर निवासी किसान ध्यानराज सिंह ने बताया की संतरे के बगीचे में तेज हवाओं से एक पेड़ से करीब 10 किलो कच्चे संतरे टूट पड़े जिससे काफी नुकसान हुआ है। जबकि गेंहू चना लहसुन की फसल के लिए मावठ की बारिश को फायदेमंद बताया शनिवार को अलसुबह से घना कोहरा छाया रहा शीतलहर चलने से गर्म वस्त्रो में लोग घरों में दुबके रहे।

गुल हो गई बिजली

शहर समेत कई गांवों में बरसात के बाद से ही बिजली गुल रही। शहर में शुक्रवार रात कई कॉलोनियों में बिजली गुल रही। वहीं शनिवार को भी दिनभर बिजली की आंख मिचौली जारी रही। तेज हवा से जिले में कई जगह पेड़ बिजली के तारों पर गिर गए। ऐसे में रात भर बिजली गुल रही।

दिन में भी जले अलाव

शनिवार सुबह से कोहरा छाया रहा और शीतलहर चलती रही। इस दौरान ओस की फुहारों ने सर्दी और बढ़ा दी। लोग सर्दी से बचाव के लिए दिन में भी अलाव जलाकर तापते नजर आए।

Hindi News / Jhalawar / Weather update : मावठ-ओले खेतों में छोड़ गए बर्बादी के निशां

ट्रेंडिंग वीडियो