केंद्रीय जल आयोग द्वारा बांधों की सुरक्षा एवं पुनर्सुधार के लिए गठित विशेषज्ञों की टीम ने गुरुवार को भीमसागर बांध का निरीक्षण कर बारीकी से जांच पड़ताल की। टीम ने बांध के डाउनस्ट्रीम, नहरों के सलूज गेट, मुख्य ब्रिज, गैलरी समेत मुख्य दो बड़े सीपेज को लेकर रिपोर्ट तैयार की है।
गौरतलब है कि बांध की जमीनी हकीकत से प्रशासन को अवगत करवाने के लिए राजस्थान पत्रिका ने बूढा हो रहा भीमसागर बांध, उपचार जरूरी शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद जिला कलक्टर, एसडीएम ने मौका मुआयना किया। अब विशेषज्ञों की टीम यहां पहुंची और बांध की जांच की।
भीमसागर बांध स्थल पर पांच सदस्य विशेषज्ञों की जांच टीम में आए मैकेनिकल विशेषज्ञ बांध के गेटों, क्रेन समेत पैनल व अन्य नहरों के टूटे सलूज गेट, मुख्य गेटों के रखरखाव को लेकर अधिकारियों को खरी-खोटी सुनाई। इसके अलावा अन्य सिविल, तकनीकी समेत अन्य विशेषज्ञों ने बांध के अलग-अलग पहलुओं पर अपनी जांच कर रिपोर्ट तैयार की।
खामियों की रिपोर्ट तैयार करेंगे विशेषज्ञ
केंद्रीय जल आयोग द्वारा प्रोजेक्ट ड्रिप के अंडर बांधों की सुरक्षा एवं पुनर्सुधार के लिए गठित जांच दल के मुख्य चेयरमैन चीफ इंजीनियर सी.डब्लू. सी (रिटायर) जी.एस. पूरबा, सदस्य चीफ इंजीनियर जल संसाधन विभाग (रिटायर) राजाराम यादव, चीफ इंजीनियर जल संसाधन विभाग (रिटायर) आर.के. निगम, सीनियर जियोलॉजिस्ट सी.एम. सक्सेना, मैकेनिकल चीफ जरनल मैनेजर (रिटायर) रईस मेन द्वारा भीमसागर बांध समेत जिले के अन्य चायलिया असनावर, सारंगखेड़ी झालरापाटन चेकडेम समेत शुक्रवार को टीम गागरीन, भीमली बांधों का निरीक्षण कर खामियों की रिपोर्ट बनाकर आयोग को देंगे। उसके बाद बांधों को मरम्मत को लेकर बजट स्वीकृति होगा। इस दौरान टीम के साथ एक्सईएन बाबूलाल गहलोत, एईएन मुकेश मालव समेत अन्य स्टाफ मौजूद रहा।
11 करोड़ के प्रस्तावों पर अमल का इंतजार
भीमसागर बांध के रखरखाव समेत मुख्य कार्यों को लेकर जल संसाधन विभाग झालावाड द्वारा करीब 11 करोड़ के प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजे हैं। इसको लेकर भीमसागर बांध के निरीक्षण को पहुंची पांच सदस्य विशेषज्ञों की जांच रिपोर्ट के बाद प्रस्तावों पर अमल होगा। उम्मीद है इस बार के बजट में राज्य सरकार भीमसागर बांध को लेकर बजट मुहिया करवा देगी जिससे बांध की अत्यधिक जरूरत कार्य पूर्ण हो पाएंगे।