नवंबर माह में विवाह की शुभ तिथियां ज्योतिषाचार्य पंडित दाधीच ने बताया कि नवंबर में शादी विवाह की कुछ तिथियां बेहद शुभ हैं। इसमें 22,23,24,25,28 और 29 नवंबर शामिल हैं। इन शुभ तिथियों में विवाह करने वाले लोगों का दांपत्य जीवन सुखमय रहता है।
दिसंबर माह में विवाह की शुभ तिथियां दिसंबर माह में शादी-विवाह की कुछ शुभ तिथियां बेहद शुभ हैं। इसमें 03,04,05,09,10,11,13 और 14 दिसंबर शामिल हैं। इन शुभ तिथियों में विवाह करने वाले लोग हमेशा खुश रहते हैं।
साल में 5 अवधियों में विवाह होते हैं निषेध ज्योतिषाचार्य दाधीच ने बताया कि साल में दो बार मलमास लगता है। इसके अलावा तारा अस्त होने पर भी विवाह निषेध होते हैं। साथ ही देवशयनी से देवउठनी तक भी शादियां निषेध होती है। यहां तक की होलाष्टक में भी शादी नहीं होती है। ऐसे में साल में पांच बार विवाह के लिए निषेध अवधि आ रही है। हालांकि साल में चार बार निश्चित आती है, अगले साल तारा अस्त होने से यह पांच बार हो गई है। इस हिसाब से साल में भले ही 365 दिन होते हैं, लेकिन विवाह अवधि 210 दिन के 235 के बीच निषेध रहती हैं, लेकिन इस समय अवधि में भी शुभ मुहूर्त या फिर सावें कम दिन ही रहते हैं।
इस तरह से तय होते हैं वर वधु के मुहूर्त ज्योतिषाचार्य पंडित दाधीच ने बताया कि विवाह मुहूर्त में भी व्यक्तिगत रुप से जातक का अपना त्रिबलशुद्वि के तहत मुहूर्त तय होता है, जिनमें उनके लिए कौन सा मुहूर्त सूटेबल है। यह व्यक्तिगत रुप से अलग-अलग रहते हैं, क्योंकि मुहूर्त ज्योतिष शास्त्र के अनुसार निकते हैं। इसके तीन स्कंध संहिता, तंत्र और होरा माने गए हैं। होरा में फलित और मुहूर्त का प्रकरण आता है। इसमें गणित कार्य के पक्ष और संहिता के नियमों के तहत ही तय होता है, जिसमें गुरु, सूर्य बल और चंद्र बल की शुद्वि के आधार पर मुहूर्त को उपयोग किया जा सकता है।
इन तिथियों में रहेंगे विवाह निषेध
- धनु राशि में सूर्य आने से 15 दिसंबर 2024 से 14 जनवरी 2025 तक मलमास रहेगा। होलाष्टक होने से 7 मार्च से 13 मार्च तक 8 दिनों तक शादी विवाह निषेध रहेंगे। मीन राशि में सूर्य आने से 15 मार्च 2025 से 13 अप्रैल तक मलमास रहेग। तारा अस्त यानी गुरु अस्त होने पर 11 जून 2025 से 6 जुलाई 2025 तक विवाह नहीं होंगे। इसी तरह से देवशयनी एकादशी से 6 जुलाई 2025 से देवउठनी एकादशी 17 नवंबर 2025 तक विवाह निषेध रहेंगे।