मकर संक्रांति पर्व नजदीकी होने के साथ ही दुकानों में पतंगों की बिक्री शुरू होने लगी है। मोटू-पतलू, छोटा भीम, डोरेमोन के साथ पुष्पा-2 की पतंग का बच्चों में काफी क्रेज दिख रहा है। पुष्पा-2 झुकेगा नहीं वाली पतंगें बाजार में डिमांड में है इस बार डोरेमोन व छोटा भीम पुष्पा-2 से मुकाबला करेंगी। पतंगों के साथ कई नए कार्टून कैरेक्टर और नववर्ष 2025 के स्वागत की पतंगें भी बाजार में आई है।
5 से 50 रुपए तक कीमत
इस बार बाजार में कई तरह की नई पतंगे आई है। पतंग विक्रेता दक्ष सेन ने बताया कि दो फीट की पतंग 50 रुपए में बिक रही है। इसके अलावा कार्टून केरेक्टर छोटा भीम, स्पाइडर मैन, बाहुबली, डोरेमोन, जादू वाली पतंगें बाजार में मौजूद है। बाजार में मांझा 10 रुपए से लेकर 500 रुपए तक मौजूद है। इस बार पतंगों में मुख्य आकर्षण राम मंदिर, छोटू पतलू, एग्री बर्ड, तिरंगा, घर तिरंगा पतंग भी आई हुए है। तीन रुपए से लेकर 50 रुपए तक पतंगें बाजार में उपलब्ध है। बच्चों में कार्टून किरदार वाले पतंगों की खूब मांग है। पतंगों पर बेन टेन, बार्बी, छोटा भीम, शिवा, कृष्णा कार्टून के चित्र बने हुए है। पिछली बार के मुकाबले दाम में बहुत अंतर नहीं है। पांच रुपए से लेकर 50 रुपए तक की पतंगें बाजार में है। सूर्यदेव के मकर राशि में प्रवेश करने के दिन उत्तरायण यानी मकर सक्रांति का पर्व नजदीक है। होलसेल और रिटेल में पतंगों की बिक्री शुरू हो गई है। वहीं बच्चों, युवाओं में भी पतंग का क्रेज देखने को मिल रहा है। अभी से बच्चे पतंगबाजी को लेकर दुकानों पर पतंग खरीदने को लेकर के पहुंचे रहे हैं। अभी स्कूलों में अवकाश होने के कारण बच्चे व उनके अभिभावकों भी पतंगबाजी का लुत्फ उठा रहे हैं। 14 जनवरी को मकर संक्रांति का पर्व पतंगबाजी, दान-पुण्य और सेवा कार्यों के साथ मनाया जाएगा।
बाजारों में इस बार बच्चों, युवाओं के लिए नई-नई डिजाइनों की पतंगें आई हैं। बच्चों को जहां डोरेमॉन, छोटा भीम, मोटू-पतलु, पिकाचु सहित अलग-अलग कार्टूनों की पतंगें पसंद आ रही है। वहीं, युवाओं में विभिन्न डिजाइनों की कागजों वाली और रंगों वाली पतंगों की खरीद को लेकर क्रेज दिख रहा है।
दान-पुण्य को लेकर भी ब्रिकी
दूसरी तरफ शहर में दान-पुण्य के लिहाज से भी बाजार सज गए हैं। जहां महिलाएं खरीदारी के लिए भी पहुंच रही है। नगर में भी अलग-अलग आइटम बाजारों में मिल रहे हैं। प्लास्टिक में बाल्टी, मग, छबड़ी और स्टील में बर्तनों की खरीद की जा रही है। उल्लेखनीय है कि मकर सक्रांति के दिन गृहणियां 13 घरों में जाकर दान-पुण्य करती है।
चायनीज मांझे से दूर रहें
पतंग उड़ाने में चायनीज मांझे का प्रयोग जानलेवा साबित हो सकता है। अभी भी बाजार में कई जगह चोरी-छिपके चायनीज मांझा बिक रहा है। लेकिन अभिभावकों को बच्चों व युवाओं को इसके प्रति जागरूक करने की जरूरत है कि वे चायनीज मांझे से दूर रहे। आसमान में अभी भी चायनीज मांझे ही हवा मेउड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। प्रशासन के द्वारा अभी तक इस को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पूर्व में भी पालिका के द्वारा चायनीज मांझे के खिलाफ कार्रवाई की गई। शीघ्र ही अभियान चलाया जाएगा। दीपक नागर, ईओ नगरपालिका भवानीमंडी