कई राज्यों से आए साधक
महोत्सव में मप्र के साथ गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और जम्मू से बड़ी संख्या में दीक्षार्थी व साधक पहुंचे। श्रद्धालुओं के उमड़े सैलाब ने इस आध्यात्मिक महोत्सव को अर्धकुंभ का रूप दे दिया। सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक चले दीक्षा समारोह में श्री राम शरणम भवन पर तीन पालियों में स्वामीजी महाराज डॉ. विश्वामित्रजी सद्गुरु की वीडियो सीडी के माध्यम से साधकों ने दीक्षा ग्रहण की। दीक्षा से पूर्व सभी साधकों को श्री राम शरणम् समिति के वरिष्ठ साधक आनंद विजय सिंह सक्तावत ने दीक्षा महोत्सव व सत्संग समारोह का ब्योरा दिया। दीक्षा ग्रहण करने वाले नए साधकों को एक सिद्ध माला, दैनिक पाठ के लिए अवतरित ग्रंथ अमृतवाणी तथा जीवनभर साधना का संकल्प पत्र आदि प्रदान किए गए।
साधकों ने संभाली पूरी व्यवस्था, नहीं लगा जाम
सत्संग व दीक्षा महोत्सव को लेकर बड़े तालाब किनारे स्थित श्री राम शरणम भवन पर श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। आलम यह था कि अंदर परिसर खचाखच भरा था। हर पाली की दीक्षा पूर्ण होने के बाद सैकड़ों श्रद्धालु अनुशानबद्ध होकर बाहर निकले। मार्ग पर आवागमन बाधित न हो इसके लिए सारी व्यवस्थाएं साधकों ने संभाली। वाहनों की पार्किंग से लेकर तमाम सारे इंतजाम साधकों ने ही संभाले। जैसे ही दीक्षा की एक पाली खत्म हुई, अन्य साधकों को अंदर प्रवेश दिया गया।
अगले दो दिन ये होंगे कार्यक्रम
17 जनवरी: सुबह 7 से 8 बजे तक ध्यान व भजन-संकीर्तन किया जाएगा। साढ़े 9 से साढ़े 10 बजे तक गीतापाठ, प्रवचन और भजन-संकीर्तन होंगे। दोपहर साढ़े 12 से ढाई बजे तक मौन साधना की जाएगी।