बता दें कि, क्षेत्र में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह सम्मेलन अयोजित किया गया। लेकिन, मामा शिवराज की इस योजना पर एक बार फिर अफसरों द्वारा पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बताया जा रहा है मेकअप बॉक्स के अंदर गर्भनिरोधक गोलियों के साथ कंडोम के पैकेट डालकर वितरित कर दिए। ये भी जान लें कि, ऐसा पहली बार है, जब मुख्यमंत्री विवाह सम्मेलन के दौरान दुल्हनों को ऐसी सामग्री बांटी गई है।
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प्रभारी CEO बोले- ये स्वास्थ विभाग का कारनामा
मामले के तूल पकड़ने के बाद मीडिया द्वारा जब प्रभारी सीईओ भूरसिंह रावत से संबंधित तोहफे को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि, ये कारनामा स्वास्थ्य विभाग का है। हालांकि, हकीकत ये भी है कि विभाग की ओर से इस तरह के कोई आदेश जारी ही नहीं हुआ।
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सीएम ने दिया जोड़ों को आशीर्वाद
‘मुख्यमंत्री सामूहिक कन्या विवाह निकाह योजना अंतर्गत ‘सामूहिक विवाह सम्मेलन में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी वर्चुअल जिड़े थे। उन्होंने नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद देते हुए मंगलमय जीवन की बधाई दी थी। नवविवाहित जोड़ों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि, विवाह सामाजिक एकता और समरसता का प्रतीक है। दो आत्माओं के मिलन का प्रतीक है। इससे पवित्र रिश्ता दुनिया में कोई नहीं।
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डिंडोरी में कराया था प्रेग्नेंसी टेस्ट
आपको ये भी बता दें कि, मुख्यमंत्री विवाह सम्मेलन के दौरान ये कोई पहली बार नहीं, जब दुल्हनों के साथ इस तरह के दुव्यव्हार का मामला सामने आया है। इससे पहले अप्रैल के महीने में सूबे के डिंडोरी में आयोजित सामुहिक विवाह समारोह में शादी से पहले 219 दुल्हनों का प्रेग्नेंसी टेस्ट कराया गया था, जिसे लेकर भी प्रदेश में खासा बवाल खड़ा हुआ था।