घटना के संबंध में पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, मामले के प्रार्थी दसई राम उम्र 50 साल निवासी पुरंगा ने थाना बगीचा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि इसके घर के बगल में इसके चाचा जधिया राम का घर है। वो 5 अक्टूबर की रात्रि लगभग 8:00 बजे अपने घर में बैठा था, उसी दौरान देखा कि इसका चचेरा भाई अलंग साय बस्ती तरफ से
शराब के नषे में चूर होकर आया और अपनी पत्नी से पुन: शराब पीने के लिए पैसों की मांग करने लगा। पत्नी द्वारा पैसा नहीं देने पर उसे मारने-पीटने के लिए दौड़ाया।
अगली सुबह 6 अक्टूबर को प्रार्थी अपने चाचा को देखने के लिए गांव के एक व्यक्ति को साथ लेकर उनके घर के पास गया था। इस दौरान जधिया साय की पत्नी भी घर में तुरंत आई थी। प्रार्थी द्वारा जधिया साय के बारे में पूछते हुए तीनों जधिया साय के कमरे में जाकर देखा कि वे जमीन पर लेटे थे। हिला-डुलाकर देखने पर उनके सिर पर चोंट लगने से खून निकल रहा था एवं मारपीट करने का निशान दिखाई दिया।
जधिया साय की मृत्यू हो चुकी थी। पुलिस की जांच विवेचनो दौरान प्रकरण के आरोपी अलंग साय को दबिश देकर अभिरक्षा में लिया गया। पूछताछ में आरोपी ने उक्त अपराध को घटित करना स्वीकार किया एवं उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त लकड़ी का फारा को जप्त करते हुए गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
चाचा की रिपोर्ट पर पुलिस ने की कार्रवाई
कुछ देर बाद प्रार्थी का चाचा जधिया राम अपने घर में अकेला सो रहा था, उसके कमरे में लाईट जल रहा था। उसी दौरान प्रार्थी देखा कि उसका चचेरा भाई अलंग साय अपने पिता जधिया राम के पास गया और उनसे शराब पीने के लिए पैसे की मांग करने लगा, जब वह पैसा देने के लिए मना करते रहे एवं डांटने पर नाराज होकर आवेश में आकर अलंग साय ने घर में रखे सरई लकड़ी का फारा से बुरी तरह से मारने लगा। प्रार्थी यह सब देखकर डर से उसे छुड़ाने नहीं गया कि अलंग साय उसे भी
मारपीट करने लगेगा। ज्यादा रात होने से प्रार्थी अपने घर में सोने चला गया।