घटना के संबंध में पुलिस सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, थाना
नारायणपुर क्षेत्र के एक 17 वर्षीय किशोर जो 22 जुलाई को अपने दोस्तों के साथ स्कूल गया हुआ था। शाम करीब 4 बजे छुट्टी से वापस घर आते समय उक्त बालक को पुरानी जान-पहचान का फायदा उठाकर बहला-फुसलाकर एक आरोपी युवक जो फरार है, वह अपनी कार में बैठाया एवं चलो घूमकर आते हैं, कहकर उसका ड्रेस चेंज कर अपने साथ ले गया। रास्ते में उक्त आरोपी ने अपहृत बालक के मोबाईल को डरा-धमकाकर अपने कब्जे में ले लिया एवं उसे 23 जुलाई को रायपुर ले गया।
आरोपी थी शिक्षिका
तत्पश्चात् वहां उसे रूम में बंद करके रखा।
रायपुर में रहने के बाद आरोपी बालक को लेकर दूसरे दिन
अंबिकापुर आया, फिर 24 जुलाई को अपनी पूर्व प्रेमिका प्रीती डोली कुजूर के सहयोग से वे दोनों बालक को लेकर चलगली जिला बलरामपुर आये एवं बालक को रूम में बंद कर बाहर से सिटकनी लगा दी। वहीं आरोपी एक प्राईवेट स्कूल में शिक्षिका थी, जो बालक को रूम में बंद कर स्कूल चली गई। फिर 25 जुलाई को आरोपी अपहृत बालक को चलगली में छोड़कर अपनी कार से भाग गया उस दिन भी अपहृत बालक को किराए के रूम में रखा गया था।
आरोपिया उसी दिनांक को स्कूल से 3 बजे वापस रूम में आई और रात्रि लगभग 8 बजे अपहृत बालक को लेकर अंबिकापुर आई, और 26 जुलाई को उसने अपहृत बालक को
जशपुर जाने वाली बस में बैठाकर वहां से फरार हो गई थी। अपहृत बालक के वापस घर आने पर उसकी माता की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरूद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
CG Crime News: नाम बदलकर अपना ठिकाना बदल रही थी आरोपी
पुलिस ने बताया कि, आरोपिया अत्यंत शातिर किस्म की है एवं बार-बार नाम बदलकर अपना ठिकाना बदल रही थी। उक्त आरोपिया प्रीती डोली कुजूर निवासी गिनाबहार चांचीडांड़ को घर में आने की सूचना मुखबिर से मिलने पर दबिश देकर उसे अभिरक्षा में लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि फरार आरोपी की वह पूर्व प्रेमिका है। फरार आरोपी को अपहृत बालक की बहन पसंद नहीं करती थी, इस कारण उसका अपहरण करने में सहयोग दी।