scriptCG News: जिले में टोल फ्री नंबर न कोई एप, कैसे रूके खाद्य पदार्थों में मिलावट | There is no toll free number or any app in the district, how to stop adulteration in food items | Patrika News
जांजगीर चंपा

CG News: जिले में टोल फ्री नंबर न कोई एप, कैसे रूके खाद्य पदार्थों में मिलावट

CG News: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में कोई एप व टोल फ्री नंबर की सुविधा नहीं होने के वजह से लोग मिलावटी मिठाईयों से परेशान है। बता दे की मिलावट की जांच तभी संभव है जब अधिकारी सैंपल लेकर जांच कराएं या फिर मोबाइल यूनिट जांच के लिए पहुंचे।

जांजगीर चंपाAug 15, 2024 / 12:26 pm

चंदू निर्मलकर

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CG News: रक्षाबंधन त्यौहार में महज चार दिन का समय शेष है। इसके बाद ईद, कृष्ण जन्माष्टमी सहित अन्य त्यौहार भी है। त्योहार के चलते बाजारों में मिठाई विक्रेताओं ने मावे का स्टॉक कर बड़ी मात्रा में मिठाइयां बनाने में जुट गए हैं लेकिन जिमेदार अफसर सेंपल लेने या होटलों का निरीक्षण करने अब तक नहीं निकले हैं।

कैसे रोके खाद्य पदार्थों में मिलावट

मिलावट को लेकर शिकायत करने कोई सुविधा भी नहीं है। ऊपर से निर्देश आने पर ही खाद्य एवं औषधि निरीक्षक निरीक्षण पर निकलते हैं और शायद अभी भी निर्देश का इंतजार हो रहा है। कहीं-कहीं केवल मोबाइल यूनिट से खानापूर्ति की जा रही है। खाद्य एवं औषधि विभाग अगर समय पर कार्रवाई करता है तो मिलावटी मिठाई खाने से लोग बच सकते हैं। जिले में खाद्य सुरक्षा अधिकारी की टीम तैनात है।
अलग-अलग क्षेत्र के लिए तीन खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की तैनाती जिले में हुई है। जो अपने-अपने क्षेत्र में जाकर सेंपल लेकर जांच के लिए रायपुर स्थित लैब भेजना है। लेकिन इस टीम ने कार्रवाई के नाम पर मात्र औपचारिकताएं दिखाईं है।
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स्वच्छ खाद्य सामाग्री के लिए लोगो में जागरूकता जरूरी

बता दे की रक्षाबंधन से त्यौहारों की शुरुआत हो जाती है जिसमे मिठाई की बहुत ज्यादा खपत होती है। इसके रूटिन चेकिंग भी करना होता है। उसके बावजूद खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम मिलावटी पर अंकुश लगाने के लिए सेंपल लेने की शुरूआत नहीं कर रहे हैं।
वही आपको बात दे की शुद्ध और स्वच्छ खाद्य सामाग्री मिले इसके लिए लोगों को भी जागरूक होना पड़ेगा। गंदगी के बीच बिक रहे खाद्य सामाग्री को न खरीदें और यदि उन्हें लगता है कि खाद्य सामाग्री ठीक नहीं है तो अधिकारियों को इसकी शिकायत करें, इसके लिए कोई एप व टोल फ्री नंबर की सुविधा नहीं है। मिलावट की जांच तभी संभव है जब अधिकारी सैंपल लेकर जांच कराएं या फिर मोबाइल यूनिट जांच के लिए पहुंचे।
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रक्षाबंधन के बाद आएगी जांच की रिपोर्ट

मिलावटी मिठाई खाने का नुकसान उठाना तय है। इससे आपका हाजमा खराब हो सकता है। मिलावटी सामान डाइजेस्ट व सिस्टम को जबरदस्त नुकसान पहुंचाते हैं। इससे डायरिया, उल्टी, दस्त जैसी तकलीफ होना आम बात है। क्योकि अभी रक्षांबंधन के पहले सेंपल ले भी लेते है तो उसका रिपोर्ट माह भर बाद आएगा। जब लोग उसको खाकर पचा लिए रहेेंगे और तबीयत खराब होकर अस्पताल में भर्ती भी हो जाएंगे। उसके बाद ही रिपोर्ट आएगा।

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