खरीदी के बीच विस चुनाव, इसलिए तारीख बढऩे की संभावना
धान खरीदी के लिए पर्याप्त समय दिया गया है, 1 नवंबर से खरीदी शुरू हुई है, ऐसे में पूरे तीन माह तक खरीदी चली है। हालांकि धान खरीदी के बीच में ही विधानसभा चुनाव भी हुआ है और चुनावी घोषणाओं के चलते धान खरीदी प्रभावित हुई थी। इस भी ध्यान में रखकर खरीदी बढऩे की संभावना जताई जा रही है। बहरहाल अब तक की स्थिति में जिले में तीन दिन ही और धान खरीदी होगी। 28 जनवरी को रविवार होने के चलते खरीदी बंद रहेगी। इसके बाद सोमवार से लेकर बुधवार 31 जनवरी तक खरीदी होगी।
जाम…..अरवा का लिमिट खत्म, उसना मिलर्स की कर रहे उठाव
धान की भरपूर आवक हो जाने से उपार्जन केंद्रों में धान का पहाड़ लगा हुआ है। शनिवार 27 जनवरी तक की स्थिति में 16 लाख 78 हजार से ज्यादा धान उपार्जन केंद्रों में उठाव के लिए शेष बचा था। अब उठाव कराने में मार्कफेड को भी परेशानी हो रही है क्योंकि अरवा की लिमिट खत्म हो चुकी है। उसना मिलर्स ही धान उठाव कर रहे हैं। जिससे उठाव की रफ्तार धीमी पड़ गई है। यही वजह है कि सभी उपार्जन केंद्रों में धान जाम पड़ा हुआ है।
3100 रुपए समर्थन मूल्य का इंतजार
धान खरीदी अब अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गई है परन्तु किसानों को अभी धान का समर्थन मूल्य 2182 रुपए ही खाते में आ रहा है। बीजेपी सरकार ने इस साल किसानों को 3100 रुपए क्विंटल में धान खरीदने की घोषणा की है। ऐसे में धान बेच चुके किसानों को 3100 रुपए का इंतजार है। बहरहाल यह इंतजार लंबा ही होता जा रहा है। हालांकि इस संबंध में फिलहाल अधिकारियों के पास किसी तरह के कोई निर्देश भी नहीं पहुंचे हैं। इसलिए वे भी किसानों को कुछ नहीं बता पा रहे हैं कि अंतर की राशि कब मिलेगी और कैसे मिलेगी।
122826 कुल पंजीकृत किसान
106959 किसानों ने बेचा धान
15867 धान बेचने नहीं पहुंचे
कुल खरीदी 55 लाख क्विंटल
कुल लक्ष्य 65 लाख क्विंटल
खरीदना बाकी 10 लाख क्विंटल
-जिले में 55 लाख क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है। पंजीकृत 1 लाख 22 हजार किसानों में से एक लाख 6 हजार किसानों से धान खरीदी हो चुकी है। शेष बचे किसानों से भी तय समय पर खरीदी की पूरी तैयारी है। तारीख बढऩे के संबंध में फिलहाल कोई दिशा-निर्देश अब तक नहीं आए हैं।
रेशमलाल तिवारी, नोडल आफिसर