शहरवासियों का आरोप है कि इस पथ में तीन से चार ऐसे रसूखदार लोग हैं जिन्होंने इस मार्ग के शासकीय भूमि में अतिक्रमण कर आलीशान शापिंग काम्प्लेक्स का निर्माण कर हर माह लाखों का किराया वसूल रहे हैं। जब सड़क निर्माण की बारी आई तो उनके शासकीय भूमि के अतिक्रमण को नहीं हटाया जा रहा है बल्कि सड़क की दिशा ही बदल दी जा रही है। नगर के लोगों ने नगरपालिका के अध्यक्ष राजेश अग्रवाल से कई बार शिकायत की है, पर इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
नजूल भूमि में बन रही सड़क
शहरवासियों का कहना है कि गौरवपथ का निर्माण जहां हो रहा है वह नजूल भूमि में है। जबकि नजूल भूमि का रिकार्ड ही नगरपालिका से गायब है। पिछले दो सालों से नगरपालिका क्षेत्र के चांपा के नजूल भूमि की रजिस्ट्री नहीं हो रही है। बताया जा रहा है कि सूचना आयोग ने इस पर एफआईआर दर्ज करने का भी आदेश दे दिया है। इसके बाद भी यहां भर्राशाही का खेल चल रहा है।
सड़क की गुणवत्ता पर भी उठे सवाल
शहर के लोगों ने सड़क निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल उठाया है। बताया जा रहा है कि एक तो सड़क मापदंड में नहीं बन पा रही है वहीं दूसरी ओर ठेकेदार सड़क निर्माण में भारी अनियमितता बरत रहा है। सड़क की सतह पर जो मिट्टी डाली जा रही है उस मिट्टी की परीक्षण नहीं हुई है। कुछ लोगों का कहना है कि मिट्टी की जगह गिट्टी का इस्तेमाल करना था, लेकिन ठेकेदार निम्न स्तर की मिट्टी डाल रहा है। जिससे शुरूआती दौर में ही सड़क की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहा है।