छह करोड़ के इन कामों पर फिलहाल रोक
कार्यालय कृषि उपज मंडी समिति नैला के द्वारा 25 कामों के लिए टेंडर मंगाया गया था। इसके लिए 519 फार्म जमा हुए थे। 12 अक्टूबर को टेंडर खुलना था पर तभी आचार संहिता लग गई। ऐसे में प्रक्रिया रोकनी पड़ी। चुनाव में सरकार ही बदल गई। 25 कामों में महुआ ब, खिसोरा, जांजगीर पेण्ड्री, बुडग़हन , भड़ेसर, बोड़सरा, अमोदा, सरखो, जर्वे ब, कुटरा मेहंदा, बनारी, कर्रा, मुुनुंंद, महंत बक्सरा, नवागढ़, सलखन, नैला, अमोरा, कोसमंदा, भैंसदा, गोद, बलौदा उपमंडी व सिवनी च में बाउंड्रीवाल व गेट निर्माण का कार्य शामिल हैं। इसी तरह नैला मंडी में स्टेज कार्य, कर्मचारी आवास, बाउंड्रीवाल, कव्हर्ड शेड निर्माण, शेण्ड्रीशॉप के प्रथम तल में शेण्ड्रीशॉप, शिवरीनारायण उपमंडी में बाउंड्रीवाल, बलौदा उपमंडी में सीसी रोड निर्माण कार्य शामिल हैं।
11 उपार्जन केंद्रों में किसान कुटीर का काम नहीं हो पाया शुरू
अकलतरा मंडी अंतर्गत 11 उपार्जन केंद्रों में किसान कुटीर निर्माण की स्वीकृति मिली थी। करीब डेढ़ करोड़ के लिए इ कार्य के लिए टेंडर होना था पर इस पर भी फिलहाल रोक लग गई है। इनमें सेवा सहकारी समिति पकरिया झूलन, लगरा, पामगढ़, मेंऊ, मेहंदी, धनगांव, ससहा, जेवरा, लोहर्सी, कोनारगढ़ और भुईगांव में किसान कुटीर का निर्माण शामिल हैं। इसी तरह 6 रि-टेंडर के काम समेत 17 काम है। करीब ढाई करोड़ के काम पर रोक लग गई है। इसी तरह चांपा मंडी अंतर्गत कचंदा सोसायटी में भी किसान कुटीर स्वीकृत है पर काम शुरु नहीं हो पाया। इसलिए यह भी रूक गया है। केवल नैला मंडी अंतर्गत ही समय पर टेंडर हो जाने के किसान कुटीर का काम 19 जगहों पर शुरु हो गया है नहीं तो ये भी अधर में लटक जाते।
क्या कहते हैं मंडी सचिव
कृषि उपज मंडी समिति नैला के सचिव लाला प्रसाद यादव ने बताया कि 25 कामों के लिए टेंडर निकाला गया था पर आचार संहिता लग जाने से टेंडर खुल नहीं पाया। अभी वित्त विभाग की रोक है। नए आदेश का इंतजार कर रहे हैं। कृषि उपज मंडी समिति अकलतरा के सचिव राजेन्द्र धुव्र ने बताया कि करीब 16 से 17 काम शुरु नहीं हो पाए थे। 11 किसान कुटीर भी इसमें शामिल हैं। अभी तो फिलहाल इन पर रोक लगी है। नए आदेश आने के बाद भी स्थिति स्पष्ट होगी। कृषि उपज मंडी समिति चांपा के मोहन लाल यादव ने बताया कि चांपा छोटी मंडी है, यहां ज्यादा काम नहीं थे। कंचदा सोसायटी में किसान कुटीर स्वीकृत था जो शुरु नहीं हो पाया।