सरपंच-सचिव दोनों पहुंच गए थे जिला पंचायत
इस दौरान ग्राम पंचायत बोड़सरा के सचिव कमलेश साहू और सरपंच संजय साहू दोनों भी जिला पंचायत पहुंच गए। ग्रामीणों ने सचिव को जिला पंचायत के सामने ही घेर लिया। ग्रामीणों ने सचिव के सामने ही शौचालय निर्माण की राशि नहीं बांटने की बात कहकर जल्द पैसा दिलाने की बात कही। इस दौरान मनरेगा के एपीओ भी वहां आए गए। जिसके सामने सचिव ने बताया कि एसबीएम और मनरेगा के तहत गांव में 602 टॉयलेट बनाए गए हैं। इनमें 5 हितग्राहियों ने खुद से टॉयलेट बनवाया है जिनकी राशि जारी नहीं हुई है। जो राशि जारी हुई थी उसे पंचायत के माध्यम से बनवाए गए टॉयलेट में मटेरियल सप्लायरों को भुगतान कर दिया गया। स्वयं से टॉयलेट बनाए बनाने वाले एक भी हितग्राहियों को भुगतान नहीं किया गया है। खुद से टॉयलेट बनवाने वालों हितग्राहियों की संख्या 80 है।
…..चार दिन में डाल देंगे पैसा
इधर हितग्राहियों के जिला पंचायत और अधिकारियों तक शिकायत पहुंचते ही सरपंच-सचिव दोनों के होश उड़ गए । जिला पंचायत पहुंचे ग्रामीणों को पंचायत सचिव ने खुद आश्वासन दिया कि चार दिन में उनके खाते में राशि पहुंच जाएगी। जिसके बाद भी ग्रामीण मानने को तैयार नहीं थे लेकिन अधिकारी की समझाइश और चार दिन में पैसा नहीं आने पर फिर यहां आने की बात पर ग्रामीण माने और वापस लौटे।
सूची में नाम नहीं था तो फोटो खींचकर क्यों ले गए
शिकायत लेकर पहुंची महिला हितग्राही संतोषी बाई ने बताया कि पंचायत ने ही शौचालय बनवाने कहा था। शौचालय निर्माण पूरा होने के बाद बकायदा टॉयलेट के सामने खड़ा कर हरेक हितग्राही का फोटो खींचकर ले गए। वहीं अब कह रहे हैं सूची में जिनका नाम है उन्हें पैसा मिलेगा तो फोटो क्यों खींचा, शौचालय के सामने हितग्राही का नाम कैसे लिखा गया। सरपंच-सचिव द्वारा आज तक एक भी हितग्राही के खाते में एक रुपया नहीं डाला गया। पंचायत अब सूची बनाकर भेज रही है।
वर्जन
गांव में एसबीएम और मनरेगा योजना के तहत 602 शौचालय का निर्माण कराया गया है। पैसा जारी हुआ था उसका मटेरियल सप्लायर को भुगतान कर दिया गया। उनके द्वारा बार-बार तगादा किया जा रहा था। स्वयं से टॉयलेट बनवाने वाले हितग्राहियों को राशि नहीं दिए थे। क्योंकि राशि नहीं मिली है। 60 हितग्राहियों को पैसा मिलना बाकी है। चार दिन में राशि भुगतान कर देंगे।
कमलेश साहू सचिव बोड़सरा