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बीते 11 महीने के आंकड़ों पर गौर करें तो ऐसे 67 मामले सामने आए जिसमें संपत्ती संबंधित मामलाें में फंसकर हजार दो हजार क्या करोंड़ों रुपए लुटा बैठे। अब ऐसे लोग पुलिस का दरवाजा खटखटा रहे हैं, लेकिन पुलिस भी क्या करे। वह भी बेबस है। क्योंकि किसी के पाकेट से रकम वापसी कराना कठिन क्या बल्कि नामुमकिन है। पुलिस ऐसे लोगों को धारा 420 के तहत गिरफ्तार कर जेल के चार दीवारी में डाल सकती है। कुछ आरोपी सजा की डर से पीड़ितों का कुछ रकम वापस करते हैं। लेकिन बहुत से आरोपी लाखों रुपए ठगने के बाद पैसे हजम कर चुके होते हैं जिन पैसों की वापसी संभव नहीं होता। पत्रिका ने बीते 11 माह में संपत्ती संबंधित चारसौबीसी की पड़ताल की तो चौकाने वाले आंकड़े सामने आया। बीते 11 महीने में 67 ऐसे मामले दर्ज किए गए हैं जिसमें 5 करोड़ 19 लाख 57 हजार रुपए की ठगी हुई है।
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सबसे अधिक कोतवाली थाने में एफआईआर जांजगीर सिटी कोतवाली में सबसे अधिक ठगी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। इससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि पढ़े लिखे लोग ही ठगी का शिकार हो जाते हैं। पलक झपकते अधिक रकम के लालच में लोग अपना अकाउंट नंबर दे बैठते हैं। फिर वही लोग ठगे जाने के बाद रिपोर्ट दर्ज कराने थानों का चक्कर काटते हैं। सिटी कोतवाली में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। जिसमें धारा 420 के अपराधों की पेंडेंसी भी सिटी कोतवाली में अधिक है।