जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट का मामला काफी दिलचस्प रहा है। जांजगीर-चांपा जिले की स्थापना 25 मई 1998 को हुई है। जांजगीर-चांपा छत्तीसगढ़ राज्य के मध्य स्थित होने के कारण इसे छत्तीसगढ़ राज्य के हृदय के रूप में माना जाता है। पहले यह जांजगीर लोकसभा सीट थी जिसे 2009 में जांजगीर-चांपा कर दिया गया। फिलहाल इस लोकसभा में जांजगीर-चांपा जिले की 3, सक्ती जिले की 3 और बलौदाबाजार और सारंगढ-बिलाईगढ़ के 1-1 विधानसभा सीट शामिल हैं।
Lok Sabha Chunav 2024: वर्तमान विधानसभा नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत को इस सीट से तीन बार चुनाव लड़ने का मौका मिला, जिसमें वो दो बार विजयी रहे और एक बार चुनाव हारे। डॉ. चरणदास महंत को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी करुणा शुक्ला ने 2004 में इस सीट से हराया था। ज्ञात हो कि 1984 में पहली बार भाजपा ने इस सीट पर अपना पैर जमाना शुरू किया। इससे पहले भारतीय जनसंघ के रूप में पार्टी पांच बार दूसरे स्थान पर रही। भाजपा नेता दिलीप सिंह जूदेव ने पहली बार 1989 में पार्टी का खाता खोला और कांग्रेस के प्रभात मिश्रा को हरा दिया। अगली बार 1991 में कांग्रेस पार्टी के भवानी लाल वर्मा ने दिलीप सिंह जुदेव को हरा दिया। हालांकि 1996 में मनहरण लाल पांडेय और 2004 में करूणा शुक्ला ने पार्टी को जीत दिलाई। पिछले चार चुनावों से ये सीट भाजपा के खते में हैं। वर्तमान में गुहाराम अजगल्ले यहां से सांसद हैं।
Electoral equation of Janjgir Lok Sabha seat: सांसद चुनने के लिए चार जिले जांजगीर-चांपा, सक्ती, बिलाईगढ़ व बलौदाबाजार के मतदाता वोट डालेंगे। जांजगीर-चांपा लोकसभा में 8 विधानसभा आते है। इसमें जांजगीर व सक्ती मिलाकर 6 विधानसभा और कसडोल व बिलाईगढ़ के एक-एक विधानसभा शामिल हैं। इस बार पहली बार चार जिले के मतदाता जांजगीर-चांपा लोकसभा के सांसद चुनेंगे।
Election Report: यह अनुसूचित जाति वर्ग के लिए प्रदेश की एकमात्र आरक्षित सीट है। इसके चलते इस वर्ग सभी बड़े नेताओं की नजर इस सीट पर रहती है। अधिकांश बार इस सीट पर लोकसभा क्षेत्र के बाहर के नेताओं का दबदबा रहा है। वर्तमान भाजपा के सांसद गुहाराम अजगले सारंगढ़ लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। इसके पहले भी दिलीप सिंह जूदेव सहित अन्य नेताओं का दबदबा रहा है।
1977 – मदन भइया भारतीय लोकदल – रामगोपाल तिवारी कांग्रेस
1980 – रामगोपाल तिवारी कांग्रेस – मदन भइया भारतीय लोकदल
1984 – प्रभात मिश्रा कांग्रेस – बद्रीधर दीवान भाजपा
1989 – दिलीप सिंह जूदेव भाजपा – प्रभात मिश्रा कांग्रेस
1991 – भवानी लाल वर्मा कांग्रेस – दिलीप सिंह जुदेव भाजपा
1996 – मनहरण लाल पांडेय भाजपा – भवानी लाल वर्मा कांग्रेस
1998 – चरणदास महंत कांग्रेस – मनहरण लाल पांडेय भाजपा
1999 – डॉ. चरणदास महंत कांग्रेस – बंशीलाल महतो भाजपा
2004 – करुणा शुक्ला भाजपा – डॉ. चरण दास महंत कांग्रेस
2009 – कमला देवी पाटले भाजपा – शिवकुमार डहरिया कांग्रेस
2014 – कमला देवी पाटले भाजपा – प्रेमचंद जायसी कांग्रेस
2019 – गुहाराम अजगल्ले भाजपा – रविशेखर भारद्वाज कांग्रेस