रोड एक्सीडेंट या कोई और मेडिकल इमरजेंसी होने पर सबसे पहले जरूरत एंबुलेंस की ही पड़ती है, जिससे घायल या मरीज को बिना समय गंवाए हॉस्पिटल पहुंचाया जा सके और उसे इलाज मिल सके। इसके लिए शासन ने 108, 102 एंबुलेंस सेवा शुरू की है। इसके अलावा जिले में बड़ी संख्या में प्राइवेट हॉस्पिटल की एंबुलेंस भी मरीजों के लिए जीवन रक्षक बन रही हैं, लेकिन इन प्राइवेट एंबुलेंस में मानकों की अनदेखी कभी भी मरीजों की जान पर भी भारी पड़ सकती है। वजह है कि कई प्राइवेट एंबुलेंस बिना फिटनेस के ही सड़क पर दौड़ रही हैं तो किसी ने टैक्स जमा नहीं किया है। ऐसे में यह लापरवाही जानलेवा भी हो सकती है।
कलेक्टर ने जिले के सभी निजी एंबुलेंस की जांच करने के निर्देश आरटीओ को दिए हैं। इसी के तहत गुरुवार व शुक्रवार को बड़ी संख्या में जांच के लिए एंबुलेंस आरटीओ दफ्तर पहुंची थी। इसका आरटीओ द्वारा जांच की गई तो कई खामियां उजागर हुई। शुक्रवार को आरटीओ जांच के लिए पहुंची 4 एंबुलेंस में कई खामियां मिली। इसमें से एक में स्ट्रेचर नहीं था, वहीं एक का फिटनेस समाप्त होने हो चुका था। टैक्स व जीपीएस भी नहीं था। इससे 10 हजार रुपए का चालान काटा गया। साथ ही 6 हजार रुपए का टैक्स भी पटवाया गया। इसके बाद भी इस एंबुलेंस का यूज मरीजों को लाने ले जाने में किया जा रहा है। इसी तरह कई और एंबुलेंस भी मानकों की अनदेखी कर मरीजों को ढो रही हैं। यह अनदेखी कहीं भारी न पड़ जाए।
चार गाड़ियों में मिली खामियां प्राइवेट एंबुलेंस मालिक मानकों को ध्यान नहीं रख रहे हैं। यह खुलासा तब हुआ जब डीटीओ ने ऐसे वाहनों को अपने आफिस बुलाकर जांच पड़ताल कराई। दरअसल, एंबुलेंस में खामियों की शिकायत डीटीओ से की गई थी। इसके बाद अफसरों ने यह कदम उठाया।
आगे भी जांच रहेगी नियमित जारी डीटीओ की मानें तो निजी एंबुलेंस की जांच आगे भी जारी रहेगी। मानकों में खरा नहीं उरतने वाले एंबुलेंस पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं डीटीओ आफिस पहुंचने वाले एंबुलेंस का यह हाल है तो अचानक अधिकारी सघन जांच पड़ताल करे तो कई खामियां उजागर हो सकती है। औचक निरीक्षण में कई खामियां उजागर हो सकती है।
निजी एंबुलेंस की जांच की गई। इसमें 4 एंबुलेंस में कई खामियां मिली हैं। इस पर चालान सहित टैक्स वसूल किया गया।
– यशवंत यादव, जिला परिवहन अधिकारी, जांजगीर